देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पूरी दुनिया में भारत का परचम लहरा रहे हैं। भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दिलाने के लिए वे दिन-रात मेहनत करते हैं। यही कारण है कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से उनके विदेश दौरे चर्चा का विषय बने रहते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया कि इन दौरों पर उनके साथ एक ऐसी महिला होती है, जो साये की तरह उनका साथ निभाती है? आइए, आज हम आपको इस रहस्यमयी महिला की कहानी बताते हैं और जानते हैं कि आखिर कौन हैं ये और क्या है इनका काम?
विदेश दौरे और पीएम मोदी की छविपीएम मोदी के विदेश दौरे हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। चाहे वह किसी देश के साथ रिश्ते मजबूत करना हो या भारत के लिए नई संभावनाएं तलाशना, पीएम मोदी हर बार कुछ नया लेकर आते हैं। उनके आलोचक भले ही कहें कि उनका ज्यादातर समय विदेशों में बीतता है, लेकिन यह सच है कि इन दौरों ने भारत को वैश्विक स्तर पर एक मजबूत पहचान दी है। इन दौरों के दौरान हर किसी की नजर पीएम मोदी पर होती है, लेकिन बहुत कम लोग उस महिला को नोटिस करते हैं, जो हर बार उनके साथ होती है।
अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर यह महिला कौन है और पीएम मोदी के साथ इनका क्या रिश्ता है? तो चलिए, रहस्य से पर्दा उठाते हैं। इनका नाम है गुरदीप कौर चावला, और ये एक अनुवादक (ट्रांसलेटर) हैं। इनका काम है पीएम मोदी के हिंदी भाषणों को विदेशी नेताओं की भाषा में अनुवाद करना। जैसा कि हम सभी जानते हैं, पीएम मोदी विदेश में भी हिंदी को बढ़ावा देते हैं। ऐसे में उनकी बात को विदेशी नेताओं तक सही तरीके से पहुंचाने के लिए गुरदीप कौर को चुना गया है। उनकी खासियत यह है कि उन्हें कई भाषाओं का गहरा ज्ञान है, जिसके कारण वे एक शानदार अनुवादक के रूप में जानी जाती हैं।
गुरदीप का सफर: भारत से अमेरिका और वापस भारतगुरदीप कौर चावला मूल रूप से भारतीय हैं, लेकिन शादी के बाद वे अमेरिका चली गई थीं। साल 1990 में उन्होंने संसद में बतौर अनुवादक अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन शादी के बाद उन्हें यह काम छोड़ना पड़ा। इसके बावजूद, उनकी प्रतिभा और मेहनत ने उन्हें फिर से भारत लौटने और पीएम मोदी के साथ काम करने का मौका दिया। आज वे पीएम मोदी के हर विदेशी दौरे पर उनके साथ होती हैं और उनके हिंदी भाषणों को विदेशी नेताओं की भाषा में पेश करती हैं।
एक कठिन और जिम्मेदारी भरा कामगुरदीप का काम केवल अनुवाद करना नहीं है, बल्कि पीएम मोदी के भाषणों के भाव और उनके संदेश को सही तरीके से विदेशी नेताओं तक पहुंचाना है। यह एक बहुत ही जिम्मेदारी भरा और कठिन काम है। उन्हें न केवल भाषा का ज्ञान होना चाहिए, बल्कि पीएम मोदी के विचारों और उनके बोलने के अंदाज को भी समझना पड़ता है। यही कारण है कि वे हमेशा पीएम मोदी के साथ रहती हैं, ताकि उनके भाव और संदेश को पूरी तरह से समझ सकें और उसे सटीक तरीके से पेश कर सकें।
गुरदीप कौर चावला एक आधुनिक और प्रेरणादायक महिला हैं, जिन्होंने अपने काम से न केवल अपनी पहचान बनाई है, बल्कि भारत की वैश्विक छवि को और मजबूत करने में भी योगदान दिया है। तो अगली बार जब आप पीएम मोदी को किसी विदेशी दौरे पर देखें, तो उस महिला पर भी गौर करें, जो साये की तरह उनके साथ रहती है और उनके शब्दों को दुनिया तक पहुंचाती है।
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