चंडीगढ़: पंजाब में लगातार हो रही भारी बारिश और बाढ़ की वजह से राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और पॉलिटेक्निक संस्थान 7 सितंबर 2025 तक बंद रहेंगे। यह फैसला छात्रों और स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, क्योंकि राज्य में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री का निर्देश, बाढ़ की वजह से फैसलामुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर यह निर्णय लिया गया है। मंत्री बैंस ने अपने ट्वीट में लिखा, “माननीय मुख्यमंत्री पंजाब श्री भगवंत सिंह मान जी के निर्देश पर, बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पंजाब भर में सभी सरकारी/सहायता प्राप्त/मान्यता प्राप्त और निजी स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और पॉलिटेक्निक 7 सितंबर 2025 तक बंद रहेंगे। सभी से अनुरोध है कि स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें।” पहले सरकार ने 3 सितंबर तक छुट्टी घोषित की थी, लेकिन बाढ़ की स्थिति बिगड़ने पर इसे बढ़ा दिया गया।
चार दशकों की सबसे भयानक बाढ़पंजाब इस समय चार दशकों की सबसे भयानक बाढ़ का सामना कर रहा है। सतलुज, ब्यास और रावी नदियों में हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर से आई भारी बारिश की वजह से पानी का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। राज्य में भी लगातार मूसलाधार बारिश ने हालात और खराब कर दिए हैं। अब तक 12 सबसे प्रभावित जिलों में 29 लोगों की मौत हो चुकी है। अगस्त से सितंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक, पठानकोट में रावी नदी के उफान से 6 लोग मारे गए, जबकि होशियारपुर, अमृतसर, लुधियाना, मानसा, रूपनगर और बरनाला में 3-3 मौतें हुई हैं।
व्यापक असर, लाखों प्रभावितबाढ़ ने पूरे राज्य को अपनी चपेट में ले लिया है। 30 लोगों की जान जा चुकी है और 3.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। हजारों गांव जलमग्न हैं, फसलें बर्बाद हो गई हैं और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। सरकार ने लोगों से सतर्क रहने और स्थानीय प्रशासन की सलाह मानने की अपील की है। आईसीएआई ने भी पंजाब में 3 और 4 सितंबर को होने वाली सीए परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है।
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