हाथरस, 11 नवंबर (Udaipur Kiran) . राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर मंगलवार को सादाबाद इंटर कॉलेज में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस आयोजन का उद्देश्य देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता की भावना को सशक्त करना था, जिसमें छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया.
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेश कुमार और प्रवक्ता मेवाराम ने माँ भारती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर तथा दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद, विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ का सामूहिक गायन किया, जिससे विद्यालय परिसर में देशभक्ति का वातावरण निर्मित हुआ. प्रवक्ता मेवाराम ने अपने संबोधन में ‘वंदे मातरम्’ गीत के इतिहास और महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि यह गीत बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा 1875 में लिखा गया था और 1882 में उनके उपन्यास ‘आनंदमठ’ में प्रकाशित हुआ. यह गीत Indian स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देशभक्तों के लिए प्रेरणास्रोत बना और आज भी यह मातृभूमि के प्रति प्रेम, समर्पण और एकता का प्रतीक है.
प्रधानाचार्य राजेश कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘वंदे मातरम्’ केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा का प्रतीक है. उन्होंने जोर दिया कि यह हमें स्वतंत्रता प्राप्ति में हमारे पूर्वजों द्वारा किए गए संघर्षों की याद दिलाता है. उन्होंने विद्यार्थियों से राष्ट्रहित में अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन करने और समाज में सकारात्मक योगदान देने का आग्रह किया. इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकगण निकेश कुमार तिवारी, संजय पाल, मु. इमरान, कपिल गुप्ता, शिखा शर्मा, मु. अख़लाक़ सहित सभी शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ शिक्षक संजय पाल ने किया तथा आभार व्यक्त प्रवक्ता मु. इमरान ने किया. कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों ने वंदे मातरम् और भारत माता की जय जैसे नारे लगाए.
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(Udaipur Kiran) / मदन मोहन राना
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