प्रयागराज, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के साइबर क्राइम थाना प्रयागराज की पुलिस टीम ने डिजिटल अरेस्ट कर 28 लाख 62 हजार रूपये की आनलाइन ठगी करने वाले अंतरराज्यीय साइबर गिरोह के पांच सदस्यें को गिरफ्तार किया। यह जानकारी बुधवार को साइबर के नोडल एवं पुलिस उपायुक्त गंगानगर कुलदीप सिंह गुनावत ने दी।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए साइबर ठगों में उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के उरई माधवगढ़ निवासी कौस्तुभ गुप्ता पुत्र स्वर्गीय लखन गुप्ता जो वर्तमान में नोएडा के जेपी ग्रीन्स में रहता था। सहारनपुर जिले के जनक नगर के 160 चर्च कम्पाउण्ड निवासी भानू सैनी पुत्र स्वर्गीय महेश कुमार, दिल्ली के करतार नगर गली नम्बर 13 निवासी अनुराग पुत्र विनोद, कानपुर जिले के नौबस्ता थाना क्षेत्र के ए योगेन्द्र बिहार खाडेपुर निवासी शनि झा पुत्र दुर्गेश झा और इटावा जिले के भरथना थाना के सरायमिठ्ठे गांव निवासी हिमांशू कुमार पुत्र शिवकुमार है।
उन्होंने बताया कि वादी को फेडेक्स इंटरनेशनल कूरियर द्वारा सम्पर्क कर सूचित किया जाता है कि उसके नाम की आई.डी. से 70 टेरेरिस्ट अपना काम कर रहे हैं। जिसमे से एक पार्सल जो कि मुम्बई से ईरान जा रहा था जिसमें ड्रग्स पाया गया है। आपकी आई.डी. के कारण आप बुरी तरह फँस गये है और क्राइम ब्रांच के अधिकारी आपसे इस सम्बंध मे बात करेगें। ऐसा कहते हुये वह व्यक्ति वादी को skype प्लेटफार्म के माध्यम से 4 फेक क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर वादी को गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए धमकाकर वादी से दिये खातो में 28,62,000 रूपये ट्रान्सफर कराया गया।
विदेश में बैठे साइबर ठगो के सहयोग से करते थे ठगी
गिरफ्तार किये गये गैंग के सदस्यों से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि ये लोग टेलीग्राम के माध्यम से बाहरी देशों साउथ एशियन देश (लाओस, मलेशिया, कम्बोडिया, वियतनाम,चीन,थाइलैण्ड आदि) में बैठे साईबर ठगों से टेलीग्राम के माध्यम से जुड़े हुये हैं। इनका नेक्सस 2 स्तर में काम करता है पहले स्तर में बाहरी देशों में बैठे साईबर ठग भारत में बैठे उनके एजेन्ट्स के माध्यम से भारत के लोगों को विभिन्न प्रलोभन, धमकी (इनवेस्टमेन्ट स्कैम, आनलाइन गेमिंग स्कैम, डिजिटल अरेस्ट, बड़े-बड़े बिजनेसमैन एवं नेताओं की फर्जी वाट्सएप डी.पी. लगाकर ठगी) आदि विभिन्न तरीको से सम्पर्क करतें है। इसके साथ विभिन्न प्रलोभन, धमकी (इनवेस्टमेन्ट स्कैम, आनलाइन गेमिंग स्कैम, डिजिटल अरेस्ट, बड़े-बड़े बिजनेसमैन एवं नेताओं की फर्जी वाट्सएप डीपी लगाकर ठगी) आदि के माध्यम से अपने झाँसे मे लेकर लोगों से ये लोग अपने बतायें हुये खातों में पैसे ट्रान्सफर करवा लेते हैं।
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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल
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