ढाका : बांग्लादेश में एक बार फिर राजनीतिक उथल-पुथल मच गई है। बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद देश छोड़कर चले गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार हामिद देश छोड़कर थाईलैंड चला गया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार हामिद जल्दबाजी में देश छोड़कर चले गए। इसके कारण उनके देश से चले जाने से बांग्लादेश में काफी असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है। उनके मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है।
अब्दुल हामिद 2013 से 2023 तक दस वर्षों तक बांग्लादेश के राष्ट्रपति रहे। वह शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी से जुड़े हैं। उनके खिलाफ कई मामले लंबित हैं। हाल ही में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी पर प्रतिबंध लगा दिया है।
हामिद के खिलाफ आरोपपूर्व राष्ट्रपति अब्दुल हामिद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के माध्यम से गुप्त रूप से थाईलैंड भाग गए। परिणामस्वरूप, मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने हवाईअड्डा अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है। इस मामले की उच्चस्तरीय जांच भी शुरू कर दी गई है। पूर्व राष्ट्रपति हामिद पर भ्रष्टाचार और शेख हसीना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के लिए जांच की गई थी। उन पर हत्या का भी आरोप लगाया गया है।
इस बीच, इस वर्ष मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने शिक्षा सलाहकार सी.आर. अबरार की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है। यह समिति पूर्व राष्ट्रपति के देश छोड़ने के मामले की जांच कर रही है।
परिवार का कहना है कि वह इलाज के लिए थाईलैंड गए थेइस बीच मामले की जांच के दौरान पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल हामिद के परिवार ने कहा है कि वह इलाज के लिए थाईलैंड गए थे। हामिद के देश छोड़ने के बाद, उनके राजनीतिक विरोधियों ने कहा कि वह अभियोजन से बचने के लिए भाग गये।
पूर्व राष्ट्रपति पर हत्या का आरोपबांग्लादेशी मीडिया के अनुसार, जनवरी में अब्दुल हामिद की हत्या के मामले में मामला दर्ज किया गया है। शेख हसीना और उनके परिवार के सदस्यों शेख रेहाना, साजिब वाजेद, जॉय और साइमा वाजेद पुतुल पर भी हत्या का आरोप लगाया गया है।
पिछले वर्ष से बांग्लादेश में बड़ी राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है। अगस्त 2024 में शेख हसीना के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में अवामी लीग सरकार गिर गई और उनकी पार्टी पर फिलहाल प्रतिबंध लगा हुआ है। अब तक शेख हसीना, अब्दुल हामिद और अवामी लीग के कई नेताओं के बांग्लादेश छोड़ने की बात कही जा रही है।
You may also like
Documentary '1984, When The Sun Didn't Rise' Explores the Aftermath of Anti-Sikh Violence
क्रेडिट कार्ड में एक्सपायरी डेट और सीवीवी क्यों छपी होते हैं ? विस्तार से जानते हैं इनके महत्व
जीवन में सफलता पाना है तो अपनाएं चाणक्य के ये सूत्र, कभी नही होगी हार
Health Tips : गर्मी में पेट के लिए वरदान हैं ये फल, भूख मिटाने के साथ...
Cannes Film Festival 2025: ग्लैमर और सिनेमा का अद्भुत संगम