आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी के पास समय की कमी है। ऐसे में,ड्राई शैम्पू (Dry Shampoo)कई लोगों के लिए,खासकर महिलाओं के लिए,एक लाइफसेवर या किसी जादू की छड़ी जैसा लगता है। जब बाल ऑयली और चिपचिपे लग रहे हों और आपके पास उन्हें धोने का समय न हो,तो बस एक स्प्रे,और बाल फिर से फ्रेश और बाउंसी दिखने लगते हैं। यह सुनने में कितना आसान और शानदार लगता है,है न?लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह इंस्टेंट फ्रेशनेस देने वाला प्रोडक्ट आपके बालों और स्कैल्प के लिए कितना खतरनाक हो सकता है?अगर आप भी ड्राई शैम्पू के दीवाने हैं और इसका इस्तेमाल अक्सर करते हैं,तो आपको सावधान हो जाने की ज़रूरत है। इसका गलत और अत्यधिक उपयोग आपके खूबसूरत बालों को रूखा,बेजान बनाने से लेकर बालों के झड़ने और स्कैल्प इन्फेक्शन तक का कारण बन सकता है।चलिए,विस्तार से जानते हैं कि ड्राई शैम्पू क्या है,यह कैसे काम करता है और इसके इस्तेमाल से जुड़े फायदे-नुकसान क्या हैं।क्या है ड्राई शैम्पू और यह कैसे काम करता है?ड्राई शैम्पू एक ऐसा हेयर केयर प्रोडक्ट है जो पाउडर या स्प्रे के रूप में आता है। इसमें आमतौर पर अल्कोहल या स्टार्च-आधारित एक्टिव एजेंट्स होते हैं। जब इसे बालों की जड़ों पर स्प्रे किया जाता है,तो यह स्कैल्प पर मौजूद अतिरिक्त तेल, ग्रीस और गंदगी को सोख लेता है,जिससे बाल साफऔर घने दिखने लगते हैं। यह असल में बालों को साफ नहीं करता,बल्कि सिर्फ गंदगी और तेल को छुपाता है।ड्राई शैम्पू के गंभीर साइड इफेक्ट्स (Side Effects of Dry Shampoo)यहीं से असली समस्या शुरू होती है। इसका नियमित उपयोग आपके बालों के स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।स्कैल्प पर गंदगी का जमना (Scalp Buildup):जब आप ड्राई शैम्पू का इस्तेमाल करते हैं,तो यह तेल और गंदगी के साथ मिलकर आपके स्कैल्प पर एक परत बना लेता है। अगर आप नियमित रूप से बाल नहीं धोते हैं,तो यह परत मोटी होती जाती है,जिससे बालों के रोम छिद्र (follicles) बंद हो सकते हैं।बालों का कमजोर होना और टूटना:ड्राई शैम्पू में मौजूद अल्कोहल और दूसरे केमिकल्स बालों से उनका प्राकृतिक तेल (सीबम) छीन लेते हैं। इससे बाल रूखे,बेजान और कमजोर हो जाते हैं,और आसानी से टूटने लगते हैं।स्कैल्प में खुजली और डैंड्रफ:बंद रोम छिद्र बैक्टीरिया और फंगल इन्फेक्शन को जन्म दे सकते हैं,जिससे स्कैल्प में लगातार खुजली,जलन और डैंड्रफ की समस्या पैदा हो सकती है। कई मामलों में यह फॉलिकुलाइटिस (folliculitis)जैसी गंभीर समस्या का कारण भी बन सकता है।बालों की ग्रोथ पर असर:जब बालों के रोम छिद्र बंद हो जाते हैं,तो नए बालों को उगने में दिक्कत होती है। लंबे समय तक ऐसा होने से बालों की ग्रोथ धीमी हो सकती है और कुछ मामलों में हेयर लॉस या गंजेपन की स्थिति भी बन सकती है।एलर्जी का खतरा:इसमें मौजूद आर्टिफिशियल खुशबू और केमिकल्स सेंसिटिव स्कैल्प वाले लोगों में एलर्जिक रिएक्शन पैदा कर सकते हैं।ड्राई शैम्पू इस्तेमाल करने का सही और सुरक्षित तरीकाअगर आप कभी-कभार इमरजेंसी में ड्राई शैम्पू का इस्तेमाल करना चाहते हैं,तो इन बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है ताकि नुकसान कम से कम हो:दूरी बनाए रखें:कैन को हमेशा अपने स्कैल्प से कम से कम6-8 इंच की दूरी पर रखकर स्प्रे करें। बहुत पास से स्प्रे करने पर एक ही जगह पर ज्यादा प्रोडक्ट जमा हो जाता है।सिर्फ जड़ों पर लगाएं:ड्राई शैम्पू स्कैल्प के तेल को सोखने के लिए बना है। इसे पूरे बालों की लंबाई पर लगाने की गलती न करें,इससे बाल और रूखे हो जाएंगे।थोड़ा इंतज़ार करें:स्प्रे करने के बाद2-3मिनट तक रुकें ताकि यह तेल को अच्छी तरह से सोख ले।मसाज करें:अपनी उंगलियों से हल्के-हल्के स्कैल्प पर मसाज करें ताकि प्रोडक्ट ठीक से फैल जाए।अच्छे से ब्रश करें:आखिर में,बालों को अच्छी तरह से ब्रश या कंघी करें ताकि अतिरिक्त पाउडर निकल जाए और आपके बालों पर कोई सफेद परत न रह जाए।सबसे ज़रूरी बात:याद रखें,ड्राई शैम्पू कभी भी पानी और शैम्पू का विकल्प नहीं है। इसे हफ्ते में एक या दो बार से ज्यादा इस्तेमाल न करें और जिस दिन आप इसका इस्तेमाल करें,उसके अगले दिन अपने बालों को अच्छे से शैम्पू करके धोना सुनिश्चित करें। आपके बालों को असली सफाई की ज़रूरत होती है,किसी शॉर्टकट की नहीं।
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