News India Live, Digital Desk: दिल्ली विश्वविद्यालय कार्यालय में गुरुवार को के अघोषित दौरे को लेकर उठे विवाद के बीच कांग्रेस की छात्र शाखा भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) ने कहा कि छात्र संघ के अध्यक्ष और संयुक्त सचिव को किसी को भी बुलाने का अधिकार है, क्योंकि डूसू छात्रों की लोकतांत्रिक आवाज है।
वरुण चौधरी ने एक्स पर एक संदेश साझा करते हुए कहा, “दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन को यह नहीं भूलना चाहिए कि डीयूएसयू केवल एक छात्र संघ नहीं है – यह पूरे छात्र समुदाय की लोकतांत्रिक आवाज़ है। डीयूएसयू अध्यक्ष और संयुक्त सचिव को किसी भी वक्ता या नेता को डीयूएसयू कार्यालय में आमंत्रित करने का अधिकार है। तो जब डीयूएसयू अध्यक्ष और संयुक्त सचिव विपक्ष के नेता राहुल गांधी को डीयूएसयू कार्यालय में आमंत्रित करते हैं तो डर क्यों होता है?”
डीयू का नोटिस आरएसएस और भाजपा के दबाव को दर्शाता हैउन्होंने कहा, “दुर्भाग्य से दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिस तरह का नोटिस जारी किया है, उससे पता चलता है कि वह आरएसएस और भाजपा के दबाव में काम कर रहा है। असली सवाल यह है कि राहुल गांधी जी के दौरे से कौन डर रहा है? क्या यह छात्रों द्वारा पूछे जाने वाले सवालों का डर है? या यह डर है कि राहुल गांधी जी सीधे संवाद के माध्यम से युवाओं को सशक्त और जागृत कर सकते हैं? अगर यह डर आपका नहीं है, तो साफ-साफ बताइए – यह किसका डर है? क्या यह आरएसएस का है? क्या यह भाजपा का है?”
इससे पहले गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय ने राहुल गांधी के अघोषित दौरे पर आपत्ति जताते हुए इसे संस्थागत प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा, “डीयूएसयू कार्यालय को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया था और किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं थी।” उन्होंने कहा कि डीयूएसयू सचिव को भी उनके कार्यालय में जाने से रोक दिया गया था। बयान में कहा गया, “कुछ छात्रों को डीयूएसयू सचिव के कमरे में बंद कर दिया गया और एनएसयूआई छात्रों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।”
You may also like
Rishabh Pant: क्या भारत के लिए अब व्हाइट बॉल क्रिकेट में खेलते नहीं दिखेंगे पंत? आंकड़े सुना रहे हैं अलग कहानी
आखिर BJP विधायक Kanwarlar Meena की सदस्यता रद्द होने में क्यों लगा इतना समय ?स्पीकर वासुदेव देवनानी ने किया बड़ा खुलासा
भयंकर गर्मी से जूझ रहा है राजस्थान, पिलानी में पारा 47 पार, हीटवेव का रेड अलर्ट जारी
BSE शेयरों में 67% की गिरावट! क्या निवेशकों के करोड़ों डूब गए या है कोई चालाकी?
'जाति जनगणना को लेकर निडर होकर जनता के बीच जाएं', खड़गे की कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील