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अब अयोध्या में भी डुबकी लगाना होगा सुरक्षित! वाराणसी-प्रयागराज के बाद सरयू नदी में बनेगा फ्लोटिंग स्नानकुंड

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अब अयोध्या में भी डुबकी लगाना होगा सुरक्षित! वाराणसी-प्रयागराज के बाद सरयू नदी में बनेगा फ्लोटिंग स्नानकुंड

News India Live,Digital Desk: लखनऊ/अयोध्या: अगर आपको तैरना नहीं आता, लेकिन गंगा या सरयू जैसी पवित्र नदियों में डुबकी लगाने की इच्छा है, तो अब आपकी यह चिंता दूर होने वाली है। योगी सरकार ने वाराणसी और प्रयागराज (महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत) में ‘फ्लोटिंग स्नानकुंड’ का सफल प्रयोग किया था, और अब यह अनोखी सुविधा अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भी सरयू नदी में उपलब्ध कराई जाएगी।

क्या है यह फ्लोटिंग स्नानकुंड? क्यों है यह खास?

सोचिए, एक ऐसा तैरता हुआ घाट या कुंड, जो नदी के बीच में हो, लेकिन जिसमें पानी सिर्फ कमर तक (अधिकतम 4 फीट गहरा) हो! यही है फ्लोटिंग स्नानकुंड।

  • सुरक्षित स्नान: इसकी सबसे बड़ी खासियत है कम गहराई, जिससे उन लोगों के डूबने का खतरा लगभग खत्म हो जाता है जिन्हें तैरना नहीं आता।

  • साफ पानी: कुंड के नीचे स्टेनलेस स्टील की मोटी जाली लगी होती है, जिससे नदी का पानी छनकर ही अंदर आता है।

  • आसान पहुँच: कुंड तक आसानी से पहुंचने और उसमें उतरने के लिए सीढ़ियां बनी होती हैं।

  • टिकाऊ और एडजस्टेबल: यह पूरा ढांचा हल्के लेकिन मजबूत मटेरियल जैसे पांटून (जिन पर ढांचा तैरता है), फाइबर, प्लास्टिक ब्लॉक और स्टील फ्रेम से बनाया जाता है। यह पानी में स्थिर रहता है और नदी के जलस्तर के घटने-बढ़ने के साथ खुद ही ऊपर-नीचे एडजस्ट हो जाता है।

वाराणसी और प्रयागराज में सफल रहा प्रयोग

उत्तर प्रदेश में सबसे पहला फ्लोटिंग स्नानकुंड वाराणसी में एक जेटी पर बनाया गया था, जिसकी गहराई मात्र 4 फीट रखी गई थी। इसके बाद, महाकुंभ 2025 की तैयारियों के दौरान प्रयागराज में भी सरस्वती घाट, अरैल घाट और किला घाट जैसे स्थानों पर ऐसे कुंड बनाए गए। ये उन श्रद्धालुओं के लिए भी एक अच्छा विकल्प साबित हुए जो भीड़भाड़ से अलग, थोड़ी शांति और विशेष व्यवस्था (VIP ट्रीटमेंट) के साथ स्नान करना चाहते थे। इन कुंडों के साथ चेंजिंग रूम जैसी सुविधाएं भी दी गई थीं।

अब अयोध्या की बारी, सरयू में बनेगा आधुनिक कुंड

अयोध्या में श्री राम मंदिर बनने के बाद पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। इसे देखते हुए योगी सरकार अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को और बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। वाराणसी और प्रयागराज के सफल अनुभव को देखते हुए अब सरयू नदी में भी फ्लोटिंग स्नानकुंड बनाने का फैसला किया गया है।

  • क्षमता और सुविधाएं: अयोध्या में बनने वाला यह फ्लोटिंग स्नानकुंड काफी आधुनिक होगा और इसमें एक साथ करीब 300 श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे।

  • खास आयोजनों के लिए: अयोध्या में होने वाले बड़े धार्मिक आयोजनों और मेलों के दौरान आने वाली भारी भीड़ को देखते हुए यह सुविधा बहुत कारगर साबित होगी।

  • संभावित शुल्क: माना जा रहा है कि इस विशेष सुविधा का लाभ उठाने के लिए श्रद्धालुओं को एक मामूली शुल्क देना पड़ सकता है, जिससे उन्हें आरामदायक और सुरक्षित स्नान का अनुभव मिलेगा और उनकी यात्रा यादगार बनेगी।

सुरक्षा और अन्य सुविधाएं:

श्रद्धालुओं की सुरक्षा और आराम का पूरा ध्यान रखा जाएगा। फ्लोटिंग स्नानकुंड के चारों ओर सेफ्टी बैरियर और रेलिंग लगाई जाएगी। साथ ही, चेंजिंग रूम, बैठने के लिए बेंच, रोशनी के लिए सोलर लाइट, किसी भी आपात स्थिति के लिए सपोर्ट बोट और संभवतः आसपास छोटी-मोटी खरीदारी की व्यवस्था भी होगी।

उम्मीद की जा रही है कि अयोध्या में इस फ्लोटिंग स्नानकुंड के बनने से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा होगी, बल्कि यह पर्यटन के लिए भी एक नया आकर्षण बनेगा।

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