नई दिल्ली: एआई चिप बनाने वाली अमेरिका की कंपनी   एनवीडिया का मार्केट कैप हाल में 5 ट्रिलियन डॉलर पहुंच गया। दुनिया में पहली बार कोई कंपनी इस मुकाम पर पहुंची है। इसकी हैसियत का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसका मार्केट कैप अमेरिका की कुल जीडीपी के 16% के बराबर पहुंच चुका है। पिछले दो साल में यह परसेंटेज दोगुना हो चुका है। 30 नवंबर 2022 को जब चैटजीपीटी की शुरुआत हुई थी तो एनवीडिया का मार्केट कैप अमेरिका की जीडीपी के 4% के बराबर था।   
   
एनवीडिया के एआई चिप्स की भारी मांग के कारण कंपनी की मार्केट वैल्यू में तेजी आई है। यही वजह है कि कंपनी को 4 ट्रिलियन डॉलर से 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में महज तीन महीने लगे। कंपनी को 3 ट्रिलियन डॉलर से 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में 13 महीने का समय लगा था। इस साल कंपनी के शेयरों में करीब 50 फीसदी तेजी आई है और यह पिछले कई साल से एसएंडपी 500 इंडेक्स में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में रही है। पूरी दुनिया में एआई का चलन बढ़ रहा है जिससे आने वाले दिनों में एनवीडिया के शेयरों में और तेजी आने की उम्मीद है।
   
      
क्यों बढ रहे हैं शेयर?
एनवीडिया जो चिप बनाती है, उन्हें ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स कहा जाता है। यही एआई इंडस्ट्री रीढ़ है। दुनिया का हर कोई देश चिप की सप्लाई चेन पर कब्जा करना चाहता है। अमेरिका और चीन के बीच असली लड़ाई इसी बात की है। एनवीडिया का मुख्यालय अमेरिका में कैलिफोर्निया प्रांत के सेंटा क्लारा में है। इसकी स्थापना ताइवान में जन्मे इंजीनियर जेंसन हुआंग ने 1993 में की थी। एनवीडिया में उनकी करीब 3.5% हिस्सेदारी है। वह 176 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के अमीरों की लिस्ट में नौवें नंबर पर हैं।
  
एनवीडिया के एआई चिप्स की भारी मांग के कारण कंपनी की मार्केट वैल्यू में तेजी आई है। यही वजह है कि कंपनी को 4 ट्रिलियन डॉलर से 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में महज तीन महीने लगे। कंपनी को 3 ट्रिलियन डॉलर से 4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में 13 महीने का समय लगा था। इस साल कंपनी के शेयरों में करीब 50 फीसदी तेजी आई है और यह पिछले कई साल से एसएंडपी 500 इंडेक्स में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में रही है। पूरी दुनिया में एआई का चलन बढ़ रहा है जिससे आने वाले दिनों में एनवीडिया के शेयरों में और तेजी आने की उम्मीद है।
क्यों बढ रहे हैं शेयर?
एनवीडिया जो चिप बनाती है, उन्हें ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स कहा जाता है। यही एआई इंडस्ट्री रीढ़ है। दुनिया का हर कोई देश चिप की सप्लाई चेन पर कब्जा करना चाहता है। अमेरिका और चीन के बीच असली लड़ाई इसी बात की है। एनवीडिया का मुख्यालय अमेरिका में कैलिफोर्निया प्रांत के सेंटा क्लारा में है। इसकी स्थापना ताइवान में जन्मे इंजीनियर जेंसन हुआंग ने 1993 में की थी। एनवीडिया में उनकी करीब 3.5% हिस्सेदारी है। वह 176 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के अमीरों की लिस्ट में नौवें नंबर पर हैं।
You may also like
 - तेलंगाना के मुख्यमंत्री पर भड़के केंद्रीय मंत्री बंदी संजय, अपमानजनक भाषा के लिए बिना शर्त माफी की मांग
 - कांग्रेस शासित राज्यों में बिहार के लोगों को अपमानित किया जा रहा है: राजीव प्रताप रूडी
 - पीएम से सीखा है कि कब बोलना है और कब नहीं... केंद्रीय मंत्री रिजीजू ने विपक्ष को दे डाली ये खास नसीहत
 - बिहार चुनाव : करगहर विधानसभा में शिक्षा और विकास की चुनौती बड़ा मुद्दा
 - डूरंड कप: विश्व का तीसरा और एशिया का तीसरा सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट




