अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में सोमवार को दिवाली का त्योहार बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया है। एक ओर जनता ने बड़ी संख्या में पटाखे और दिये जलाकर अपना त्योहार मनाया है, वहीं दीये जलाने को लेकर सूबे में राजनीति गरमा गई है। सपा मुखिया अखिलेश यादव के बाद अब पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने भी बयान दिया है। आजम खान ने कहा कि जो लोग दीये जलाते हैं वो कुछ भी जला सकते हैं। अब इस पर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने जोरदार पलटवार कर दिया है। संजय निषाद ने कहा कि ये दिल जले लोग हैं, इसीलिए इन्हें दीया जलने से समस्या है।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने अखिलेश यादव के बाद आज़म खान के दीयों को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि ये दिल जलाने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि आप समझ सकते हैं कि दीपक कौन बनाता है? कुम्हार बनाता है। जो अंग्रेजों से, मुगलों से लड़ा है, उजड़ा है। जमीन जायदाद से भूमिहीन है। इसलिए दीपक एक ऐसा अवसर है जिससे उसे रोज़ी रोटी मिलती है। शिल्पकार के रूप में कुम्हार और प्रजापति एनरोल्ड हैं, लेकिन इसका तो इन सब लोगों ने मिलकर हक छीना है।
संजय निषाद ने कहा कि घाटों पर होने वाले दीपोत्सव से नाविकों को भी रोजगार मिलता है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय सभ्यता के अनुसार किसी को दूसरे के धर्म पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। बल्कि उसका सम्मान करना चाहिए। लेकिन ये दिल जले लोग हैं, इसलिए दीया जलने से इन्हें समस्या है। वहीं सपा नेता आजम खान ने अपने एक बयान में कहा कि दिवाली के पर्व पर दिए जलते नहीं हैं, बल्कि दिए रौशन होते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग दिए जलाते हैं, वह कुछ भी जला सकते हैं।
आजम खान ने कहा कि जो लोग दिए रौशन करते हैं उनका मकसद सिर्फ उजाला देना होता है। ठंडक देना होता है। नफरत के अंधेरे को मिटाना होता है। इन लोगों की मैं सराहना भी करता हूं और उनकी कद्र भी करता हूं। बताते चलें कि यह पूरा विवाद अखिलेश यादव के दीपोत्सव पर किए गए बयान के बाद शुरू हुआ है।
सपा मुखिया ने कहा कि क्रिसमस के दौरान पूरे विश्व के शहर जगमगा उठते हैं। वहां ये सिलसिला महीनों चलता है। हमें उन लोगों से सीखना चाहिए। आखिर हमें दीये और मोमबत्तियों पर इतना खर्च क्यों करना। जिस पर पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लग रहा है कि अखिलेश यादव को भी अब राहुल गांधी की तरह गलत सलाहकार मिल गए हैं।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने अखिलेश यादव के बाद आज़म खान के दीयों को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि ये दिल जलाने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि आप समझ सकते हैं कि दीपक कौन बनाता है? कुम्हार बनाता है। जो अंग्रेजों से, मुगलों से लड़ा है, उजड़ा है। जमीन जायदाद से भूमिहीन है। इसलिए दीपक एक ऐसा अवसर है जिससे उसे रोज़ी रोटी मिलती है। शिल्पकार के रूप में कुम्हार और प्रजापति एनरोल्ड हैं, लेकिन इसका तो इन सब लोगों ने मिलकर हक छीना है।
संजय निषाद ने कहा कि घाटों पर होने वाले दीपोत्सव से नाविकों को भी रोजगार मिलता है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय सभ्यता के अनुसार किसी को दूसरे के धर्म पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। बल्कि उसका सम्मान करना चाहिए। लेकिन ये दिल जले लोग हैं, इसलिए दीया जलने से इन्हें समस्या है। वहीं सपा नेता आजम खान ने अपने एक बयान में कहा कि दिवाली के पर्व पर दिए जलते नहीं हैं, बल्कि दिए रौशन होते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग दिए जलाते हैं, वह कुछ भी जला सकते हैं।
आजम खान ने कहा कि जो लोग दिए रौशन करते हैं उनका मकसद सिर्फ उजाला देना होता है। ठंडक देना होता है। नफरत के अंधेरे को मिटाना होता है। इन लोगों की मैं सराहना भी करता हूं और उनकी कद्र भी करता हूं। बताते चलें कि यह पूरा विवाद अखिलेश यादव के दीपोत्सव पर किए गए बयान के बाद शुरू हुआ है।
सपा मुखिया ने कहा कि क्रिसमस के दौरान पूरे विश्व के शहर जगमगा उठते हैं। वहां ये सिलसिला महीनों चलता है। हमें उन लोगों से सीखना चाहिए। आखिर हमें दीये और मोमबत्तियों पर इतना खर्च क्यों करना। जिस पर पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लग रहा है कि अखिलेश यादव को भी अब राहुल गांधी की तरह गलत सलाहकार मिल गए हैं।