लखनऊ: गुडंबा इलाके में 4 नंबर चौराहे के पास शनिवार सुबह बदमाशों ने अतुल कुमार जैन (40) नाम के ट्रैवल एजेंसी संचालक की चेन छीनने के बाद जान ले ली। अतुल अपाचे सवार बदमाशों का अपनी स्कूटी से पौछा कर रहे थे। ओवरटेक करने के दौरान बदमाशों ने स्कूटी को लात मार दी। काफी दूर तक घिसटने के बाद अतुल सड़क किनारे खड़े डाले से टकरा गए। अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। DCP पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि वारदात CCTV में कैद हो गई है। तीन टीमें बनाकर बदमाशों की तलाश की जा रही है।
बाइक सवार बदमाशों का स्कूटी से पीछा कर रहे ट्रैवल एजेंसी के मालिक की मौत पहले परिवारीजनों को सड़क हादसा लगी थी। परिवारीजनों ने हादसे की तहरीर भी दी थी, लेकिन जब पीड़ित परिवारीजनों ने घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी और प्रत्यक्षदर्शियों से बात की तो हकीकत पता चली। पीड़ित परिवारीजनों का कहना है कि चेन लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने यह वारदात की। परिवारीजन एफआईआर में अब वारदात का पूरा सच दर्ज करवाने की बात कह रहे हैं।
जानकीपुरम गार्डन इलाके में यूपीपीसीएल से रिटायर्ड वीरेंद्र कुमार जैन, पत्नी कमला जैन, बेटे अतुल कुमार जैन और आशीष कुमार जैन के साथ रहे है। उनका बड़ा बेटा अतुल ट्रैवल एजेंसी चलाता था। एजेंसी का ऑफिस उसने सहारा एस्टेट इलाके में खोल रखा था। पड़ोस में रहने वाली महिला का बेटा शहर से बाहर गया हुआ है। महिला ने शनिवार सुबह अतुल से उन्हें जिम छोड़ने की बात कही। महिला की ही स्कूटी से वह उन्हें जिम छोड़ने के लिए निकले। अतुल ने महिला को इलाके में ही स्थित प्रभात चौराहे के पास जिम में छोड़ा। इसके बाद वह स्कूटी से घर के लिए निकले।
बदमाशों का करीब आधा किलोमीटर तक किया पीछा
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रभात चौराहे से छुइयापुरवा चौराहे के बीच अपाचे सवार बदमाशों ने अतुल की चेन लूट ली। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अतुल ने स्कूटी से तेज रफ्तार बाइक सवार बदमाशों का करीब आधा किलोमीटर तक पीछा किया। घटनास्थल से कुछ दूरी पर मौजूद बिल्डिंग मटेरियल की दुकान है। दुकान पर सो रहे अबुल ने बताया कि अतुल चोर-चोर चिल्लाते हुए बाइक सवार बदमाशों का पीछा कर रहे थे। शोर सुनकर उनकी नींद खुल गई। अतुल बाइक सवार बदमाशों को स्कूटी से ओवरटेक करना चाहते थे। गुडंबा में 4 नंबर चौराहे के पास बदमाशों ने स्कूटी में लात मार दी, जिससे अतुल स्कूटी समेत काफी दूर तक सड़क पर घिसटते चले गए और सड़क किनारे खड़े डाले में जा टकराए।
डाला मालिक ने पुलिस को दी सूचना
अतुल गिरने के बाद सड़क किनारे खड़े जिस हाफ डाले से टकराए थे, उसका मालिक सबसे पहले मौके पर पहुंचा। उसने घटना की सूचना 112 पर दी। पुलिस स्थानीय लोगों की मदद अतुल को अस्पताल में ले गई। सूचना मिलने परिवारीजन भी अस्पताल पहुंच गए। उनको लगा कि सड़क हादसे में अतुल की मौत हुई है। छोटे भाई ने पुलिस को सड़क हादसे की तहरीर दी थी। चाचा आलोक जैन के मुताबिक उन लोगों ने घटना की सीसीटीवी फुटेज देखी तो उसमें बाइक सवार बदमाश अतुल की स्कूटी में लात मारते दिखे। चाचा का कहना है कि अब एफआईआर में यह जिक्र भी किया जाएगा।
डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह का कहना है कि परिवारीजनों ने हादसे की तहरीर दी थी। उस आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी, लेकिन अब परिवारीजन कई गंभीर आरोप लगा रहे हैं। उन आरोपों की जांच करने के लिए तीन पुलिस टीमों का गठन किया गया है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की जा रही
नहीं दान कर पाए आंखें
अस्पताल में डॉक्टरों ने अतुल को मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद पिता वीरेंद्र कुमार जैन बेटे की आंखें दान करना चाहते थे। उन्होंने डॉक्टरों से आखें दान करने के लिए कहा, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि हादसे में सिर में गंभीर चोट लगने से आंखें इस स्थिति में नहीं रह गईं कि दान की जा सकें। वहीं, इस हादसे ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है। मां कमला, पिता व अन्य परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। रिश्तेदार और आस-पड़ोस के लोग पीड़ित परिवारीजनों को दिलासा दे रहे थे। मां कमला कई बार रोते-रोते बेहोश हो गईं। आस-पड़ोस के लोग किसी तरह उन्हें संभाल रहे थे।
बाइक सवार बदमाशों का स्कूटी से पीछा कर रहे ट्रैवल एजेंसी के मालिक की मौत पहले परिवारीजनों को सड़क हादसा लगी थी। परिवारीजनों ने हादसे की तहरीर भी दी थी, लेकिन जब पीड़ित परिवारीजनों ने घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी और प्रत्यक्षदर्शियों से बात की तो हकीकत पता चली। पीड़ित परिवारीजनों का कहना है कि चेन लूट का विरोध करने पर बदमाशों ने यह वारदात की। परिवारीजन एफआईआर में अब वारदात का पूरा सच दर्ज करवाने की बात कह रहे हैं।
जानकीपुरम गार्डन इलाके में यूपीपीसीएल से रिटायर्ड वीरेंद्र कुमार जैन, पत्नी कमला जैन, बेटे अतुल कुमार जैन और आशीष कुमार जैन के साथ रहे है। उनका बड़ा बेटा अतुल ट्रैवल एजेंसी चलाता था। एजेंसी का ऑफिस उसने सहारा एस्टेट इलाके में खोल रखा था। पड़ोस में रहने वाली महिला का बेटा शहर से बाहर गया हुआ है। महिला ने शनिवार सुबह अतुल से उन्हें जिम छोड़ने की बात कही। महिला की ही स्कूटी से वह उन्हें जिम छोड़ने के लिए निकले। अतुल ने महिला को इलाके में ही स्थित प्रभात चौराहे के पास जिम में छोड़ा। इसके बाद वह स्कूटी से घर के लिए निकले।
बदमाशों का करीब आधा किलोमीटर तक किया पीछा
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रभात चौराहे से छुइयापुरवा चौराहे के बीच अपाचे सवार बदमाशों ने अतुल की चेन लूट ली। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अतुल ने स्कूटी से तेज रफ्तार बाइक सवार बदमाशों का करीब आधा किलोमीटर तक पीछा किया। घटनास्थल से कुछ दूरी पर मौजूद बिल्डिंग मटेरियल की दुकान है। दुकान पर सो रहे अबुल ने बताया कि अतुल चोर-चोर चिल्लाते हुए बाइक सवार बदमाशों का पीछा कर रहे थे। शोर सुनकर उनकी नींद खुल गई। अतुल बाइक सवार बदमाशों को स्कूटी से ओवरटेक करना चाहते थे। गुडंबा में 4 नंबर चौराहे के पास बदमाशों ने स्कूटी में लात मार दी, जिससे अतुल स्कूटी समेत काफी दूर तक सड़क पर घिसटते चले गए और सड़क किनारे खड़े डाले में जा टकराए।
डाला मालिक ने पुलिस को दी सूचना
अतुल गिरने के बाद सड़क किनारे खड़े जिस हाफ डाले से टकराए थे, उसका मालिक सबसे पहले मौके पर पहुंचा। उसने घटना की सूचना 112 पर दी। पुलिस स्थानीय लोगों की मदद अतुल को अस्पताल में ले गई। सूचना मिलने परिवारीजन भी अस्पताल पहुंच गए। उनको लगा कि सड़क हादसे में अतुल की मौत हुई है। छोटे भाई ने पुलिस को सड़क हादसे की तहरीर दी थी। चाचा आलोक जैन के मुताबिक उन लोगों ने घटना की सीसीटीवी फुटेज देखी तो उसमें बाइक सवार बदमाश अतुल की स्कूटी में लात मारते दिखे। चाचा का कहना है कि अब एफआईआर में यह जिक्र भी किया जाएगा।
डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह का कहना है कि परिवारीजनों ने हादसे की तहरीर दी थी। उस आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी, लेकिन अब परिवारीजन कई गंभीर आरोप लगा रहे हैं। उन आरोपों की जांच करने के लिए तीन पुलिस टीमों का गठन किया गया है। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की जा रही
नहीं दान कर पाए आंखें
अस्पताल में डॉक्टरों ने अतुल को मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद पिता वीरेंद्र कुमार जैन बेटे की आंखें दान करना चाहते थे। उन्होंने डॉक्टरों से आखें दान करने के लिए कहा, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि हादसे में सिर में गंभीर चोट लगने से आंखें इस स्थिति में नहीं रह गईं कि दान की जा सकें। वहीं, इस हादसे ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है। मां कमला, पिता व अन्य परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। रिश्तेदार और आस-पड़ोस के लोग पीड़ित परिवारीजनों को दिलासा दे रहे थे। मां कमला कई बार रोते-रोते बेहोश हो गईं। आस-पड़ोस के लोग किसी तरह उन्हें संभाल रहे थे।
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