नई दिल्ली: सोने की कीमत में हाल में काफी तेजी आई है। इस साल यह करीब 60% महंगा हो चुका है और अमेरिका जैसे अमीर देश में भी लोगों के लिए सोना खरीदना मुश्किल होता जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमत पहली बार 4,300 डॉलर प्रति औंस के पार चली गई है। गोल्डमैन सैश के मुताबिक अगले साल दिसंबर तक सोने की कीमत 4,900 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है। अमेरिका में अब एक औंस सोना खरीदने के लिए आम आदमी को कम से कम 116 घंटे काम करने पड़ेंगे। कम से कम 100 साल में यह आंकड़ा सबसे अधिक है।
अमेरिका में अगस्त में हर घंटे की औसतन 36.50 डॉलर रही। इस हिसाब से देखा जाए तो एक औंस गोल्ड खरीदने के लिए आपको 116 घंटे काम करना होगा। पिछले 18 महीने में यह अनुपात दोगुना हो गया है। साफ है कि सोने की कीमत जिस तेजी से बढ़ी है, उस तेजी से लोगों की इनकम नहीं बढ़ी है। इससे पहले 1930 के दशक, 1980 और 2011 में यह अनुपात 80 घंटे पहुंचा था। इस शताब्दी की शुरुआत में आप 20 घंटे से भी कम काम करके एक औंस गोल्ड खरीद सकते थे।
क्यों बढ़ रही है कीमत?
सोने की कीमत बढ़ने की कई वजह हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि दुनिया के कई हिस्सों में तनाव चल रहा है। ऐसे तनाव की स्थिति में सोने की चमक हमेशा बढ़ी है। इसके साथ ही दुनिया के कई देशों के सेंट्रल बैंक भी जमकर सोने की खरीद कर रहे हैं। डॉलर की कमजोरी और फेड रिजर्व के पॉलिसी रेट में कटौती की उम्मीद ने भी सोने की चमक बढ़ा दी है। निवेशक सुरक्षित निवेश की तलाश में सोने का रुख कर रहे हैं।
अमेरिका में अगस्त में हर घंटे की औसतन 36.50 डॉलर रही। इस हिसाब से देखा जाए तो एक औंस गोल्ड खरीदने के लिए आपको 116 घंटे काम करना होगा। पिछले 18 महीने में यह अनुपात दोगुना हो गया है। साफ है कि सोने की कीमत जिस तेजी से बढ़ी है, उस तेजी से लोगों की इनकम नहीं बढ़ी है। इससे पहले 1930 के दशक, 1980 और 2011 में यह अनुपात 80 घंटे पहुंचा था। इस शताब्दी की शुरुआत में आप 20 घंटे से भी कम काम करके एक औंस गोल्ड खरीद सकते थे।
क्यों बढ़ रही है कीमत?
सोने की कीमत बढ़ने की कई वजह हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि दुनिया के कई हिस्सों में तनाव चल रहा है। ऐसे तनाव की स्थिति में सोने की चमक हमेशा बढ़ी है। इसके साथ ही दुनिया के कई देशों के सेंट्रल बैंक भी जमकर सोने की खरीद कर रहे हैं। डॉलर की कमजोरी और फेड रिजर्व के पॉलिसी रेट में कटौती की उम्मीद ने भी सोने की चमक बढ़ा दी है। निवेशक सुरक्षित निवेश की तलाश में सोने का रुख कर रहे हैं।