भोपाल: विंध्य क्षेत्र के लोगों का दिल्ली से सीधी हवाई कनेक्टिविटी का दशकों पुराना सपना सोमवार को साकार हो गया। रीवा एयरपोर्ट के लोकार्पण के ठीक एक साल बाद, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्चुअल माध्यम से रीवा-नई दिल्ली के बीच 72 सीटर नियमित हवाई सेवा का शुभारंभ किया। अब तक रेल और सड़क मार्ग पर निर्भर रहने वाले इस क्षेत्र को 'एयर कनेक्टिविटी' का बूस्टर डोज़ मिला है, जिससे दिल्ली की दूरी मात्र दो घंटे में सिमट गई है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विंध्यवासियों को शुभकामनाएं भेजी हैं।
विंध्य क्षेत्र के लिए सोमवार का दिन ऐतिहासिक रहा, जब रीवा एयरपोर्ट के लोकार्पण के ठीक एक साल बाद, रीवा और नई दिल्ली के बीच 72 सीटर विमान की नियमित हवाई सेवा का शुभारंभ हो गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल से वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर इस सेवा को विंध्यवासियों को समर्पित किया। सोमवार को विंध्य क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक एयरपोर्ट पर मौजूद रहे। यह नई कनेक्टिविटी केवल यात्रा का साधन नहीं, बल्कि पूरे विंध्य क्षेत्र के आर्थिक और पर्यटन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाली साबित होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र भेजकर शुभकामनाएं दी हैं
रीवा-दिल्ली नियमित विमान सेवा प्रारंभ होने के अवसर पर सीएम मोहन यादव ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र भेजकर रीवा और विंध्यवासियों को नई विमान सेवा के लिए शुभकामनाएं दी हैं। बता दें कि
रीवा एयरपोर्ट का शिलान्यास 15 फरवरी 2023 को हुआ था, जिसके बाद एयर टैक्सी जैसी सुविधाएं तो शुरू हुई थीं, लेकिन 72 सीटर विमान की जैसी सुविधा और सीधी उड़ान नहीं थी।
रीवा के पायलट ने ही सफल ट्रायल किया था
बता दें कि रीवा सहित पूरे विंध्य को मिलने वाली इस सौंगात का बीते अक्टूबर को ट्रायल किया गया था। इसमें 72 सीटर विमान को रीवा के ही रहने वाले पायलट राघव मिश्रा ने उड़ाकर सफल ट्रायल किया था। जिसके बाद इस सेवा को हरीझंडी दी गई थी और तमाम तकनीकि प्रक्रियाएं पूरी गईं।
मैहर, चित्रकूट और खजुराहो को सीधा लाभ
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि अब विंध्य वायु मार्ग से पूरी तरह जुड़ गया है। उन्होंने ज़ोर दिया कि यह सेवा औद्योगिक विकास के साथ-साथ मैहर, चित्रकूट, खजुराहो और अन्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों को एक नई कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। सीएम ने भविष्य में हेलिकॉप्टर और एयर एम्बुलेंस सेवाओं को भी व्यापक बनाने की बात कही।
अब प्रयागराज-वाराणसी नहीं, सीधे दो घंटे में दिल्ली
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने इसे 'ऐतिहासिक दिन' बताते हुए कहा कि रीवा से दिल्ली की सीधी उड़ान से शिक्षा, उद्योग, पर्यटन और रोज़गार के अवसर तेज़ी से बढ़ेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब व्यापारियों को प्रयागराज या वाराणसी नहीं जाना पड़ेगा। यह सीधी कनेक्टिविटी रीवा के जलप्रपातों और नेशनल पार्कों तक देश-विदेश के पर्यटकों की पहुंच को आसान बनाएगी। यह उड़ान दिल्ली की दू री को मात्र दो घंटे में पूरा करेगी, जिससे क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है। जल्द ही इंदौर के लिए भी उड़ानें शुरू करने की योजना है।
विंध्य क्षेत्र के लिए सोमवार का दिन ऐतिहासिक रहा, जब रीवा एयरपोर्ट के लोकार्पण के ठीक एक साल बाद, रीवा और नई दिल्ली के बीच 72 सीटर विमान की नियमित हवाई सेवा का शुभारंभ हो गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल से वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर इस सेवा को विंध्यवासियों को समर्पित किया। सोमवार को विंध्य क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक एयरपोर्ट पर मौजूद रहे। यह नई कनेक्टिविटी केवल यात्रा का साधन नहीं, बल्कि पूरे विंध्य क्षेत्र के आर्थिक और पर्यटन मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाली साबित होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र भेजकर शुभकामनाएं दी हैं
रीवा-दिल्ली नियमित विमान सेवा प्रारंभ होने के अवसर पर सीएम मोहन यादव ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र भेजकर रीवा और विंध्यवासियों को नई विमान सेवा के लिए शुभकामनाएं दी हैं। बता दें कि
रीवा एयरपोर्ट का शिलान्यास 15 फरवरी 2023 को हुआ था, जिसके बाद एयर टैक्सी जैसी सुविधाएं तो शुरू हुई थीं, लेकिन 72 सीटर विमान की जैसी सुविधा और सीधी उड़ान नहीं थी।
रीवा के पायलट ने ही सफल ट्रायल किया था
बता दें कि रीवा सहित पूरे विंध्य को मिलने वाली इस सौंगात का बीते अक्टूबर को ट्रायल किया गया था। इसमें 72 सीटर विमान को रीवा के ही रहने वाले पायलट राघव मिश्रा ने उड़ाकर सफल ट्रायल किया था। जिसके बाद इस सेवा को हरीझंडी दी गई थी और तमाम तकनीकि प्रक्रियाएं पूरी गईं।
मैहर, चित्रकूट और खजुराहो को सीधा लाभ
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि अब विंध्य वायु मार्ग से पूरी तरह जुड़ गया है। उन्होंने ज़ोर दिया कि यह सेवा औद्योगिक विकास के साथ-साथ मैहर, चित्रकूट, खजुराहो और अन्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों को एक नई कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। सीएम ने भविष्य में हेलिकॉप्टर और एयर एम्बुलेंस सेवाओं को भी व्यापक बनाने की बात कही।
अब प्रयागराज-वाराणसी नहीं, सीधे दो घंटे में दिल्ली
उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने इसे 'ऐतिहासिक दिन' बताते हुए कहा कि रीवा से दिल्ली की सीधी उड़ान से शिक्षा, उद्योग, पर्यटन और रोज़गार के अवसर तेज़ी से बढ़ेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब व्यापारियों को प्रयागराज या वाराणसी नहीं जाना पड़ेगा। यह सीधी कनेक्टिविटी रीवा के जलप्रपातों और नेशनल पार्कों तक देश-विदेश के पर्यटकों की पहुंच को आसान बनाएगी। यह उड़ान दिल्ली की दू री को मात्र दो घंटे में पूरा करेगी, जिससे क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को बड़ा लाभ मिलने की उम्मीद है। जल्द ही इंदौर के लिए भी उड़ानें शुरू करने की योजना है।
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