झांसी। देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के शहर भी इस वक्त भयानक वायु प्रदूषण से जूझ रहे हैं। हालात इस कदर खराब हैं कि दिवाली बीतने के दो दिन बाद भी यूपी के गाजियाबाद और नोएडा की हवा बहुत खराब कैटेगरी में बनी हुई है। गुरुवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक्यूआई ( एयर क्वालिटी इंडेक्स ) 271 और नोएडा के सेक्टर 125 में 308 रिकॉर्ड किया गया। लेकिन, वायु प्रदूषण की मार के बीच भी यूपी का एक शहर ऐसा है, जहां आप खुलकर साफ हवा में सांस ले सकते हैं। इस शहर में वायु प्रदूषण का नामो-निशान तक नहीं है।
साफ हवा वाला यूपी का ये शहर है झांसी, जहां बुधवार को महज 30 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। दरअसल, दिवाली पर पटाखे फोड़े जाने के अगले दिन मंगलवार को झांसी का एक्यूआई 189 के स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन, इसके बाद चली तेज हवाओं ने वायु प्रदूषण को शहर से बाहर कर दिया और महज 24 घंटों के भीतर ही एक्यूआई 30 पर आ गया। 50 से कम एक्यूआई का मतलब है कि हवा में कोई प्रदूषण नहीं है। दिवाली से तीन दिन पहले तक भी झांसी की हवा साफ कैटेगरी में ही थी और एक्यूआई 74 से 79 के बीच बना हुआ था।
दिवाली पर अलग-अलग शहरों में पटाखे फोड़ने के बाद दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्थिति में पहुंच गया था, जो अभी भी बरकार है। लगातार चौथे दिन दिल्ली की हवा बहुत खराब कैटेगरी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, गुरुवार को सुबह 6 बजे दिल्ली में 332 एक्यूआई दर्ज किया गया। इससे पहले बुधवार को शाम 4 बजे दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 353 दर्ज हुआ था। इस मौसम में यह अभी तक का सबसे ज्यादा AQI रहा। इससे पहले मंगलवार को 351 और सोमवार को 345 एक्यूआई रिकॉर्ड हुआ था।
मौसम विभाग का कहना है कि हवा की दिशा पूरब से पश्चिम की तरफ हुई है, लेकिन रफ्तार अभी भी मंद है। दिन में हवा की रफ्तार 5 से 7 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि रात में यह और मंद हो जाती है। 27 अक्टूबर के आसपास एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के आसार बन रहे हैं, जिससे हवा की रफ्तार बढ़ने और बारिश की उम्मीद जताई जा सकती है।
साफ हवा वाला यूपी का ये शहर है झांसी, जहां बुधवार को महज 30 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। दरअसल, दिवाली पर पटाखे फोड़े जाने के अगले दिन मंगलवार को झांसी का एक्यूआई 189 के स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन, इसके बाद चली तेज हवाओं ने वायु प्रदूषण को शहर से बाहर कर दिया और महज 24 घंटों के भीतर ही एक्यूआई 30 पर आ गया। 50 से कम एक्यूआई का मतलब है कि हवा में कोई प्रदूषण नहीं है। दिवाली से तीन दिन पहले तक भी झांसी की हवा साफ कैटेगरी में ही थी और एक्यूआई 74 से 79 के बीच बना हुआ था।
दिवाली पर अलग-अलग शहरों में पटाखे फोड़ने के बाद दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्थिति में पहुंच गया था, जो अभी भी बरकार है। लगातार चौथे दिन दिल्ली की हवा बहुत खराब कैटेगरी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, गुरुवार को सुबह 6 बजे दिल्ली में 332 एक्यूआई दर्ज किया गया। इससे पहले बुधवार को शाम 4 बजे दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 353 दर्ज हुआ था। इस मौसम में यह अभी तक का सबसे ज्यादा AQI रहा। इससे पहले मंगलवार को 351 और सोमवार को 345 एक्यूआई रिकॉर्ड हुआ था।
मौसम विभाग का कहना है कि हवा की दिशा पूरब से पश्चिम की तरफ हुई है, लेकिन रफ्तार अभी भी मंद है। दिन में हवा की रफ्तार 5 से 7 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि रात में यह और मंद हो जाती है। 27 अक्टूबर के आसपास एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के आसार बन रहे हैं, जिससे हवा की रफ्तार बढ़ने और बारिश की उम्मीद जताई जा सकती है।
You may also like
पिता बिशन सिंह बेदी की पुण्यतिथि पर भावुक हुए अंगद बेदी, कहा, “जब तक हम फिर न मिलें”
क्या खड़ी कार में पी सकते हैं शराब पीने वालों को` पता होना चाहिए ये नियम
थम्मा फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर किया शानदार प्रदर्शन, तीन दिन में कमाए 51 करोड़
'प्रबल इंजन सरकार'... लखनऊ की सड़कों पर लगा पोस्टर, PDA का नया अर्थ, BJP के डबल इंजन को सीधी चुनौती
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से संजय सेठ ने की मुलाकात