लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 22 साल बाद विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) की प्रक्रिया को शुरू किया गया है। प्रदेश भर में बीएलओ को इस प्रक्रिया के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया है। 4 दिसंबर तक बीएलओ हर मतदाता के घर पर तीन-तीन बार दस्तक देंगे। हालांकि, बिहार चुनाव से पहले एसआईआर को लेकर जिस प्रकार से विवाद खड़ा हुआ था उसको लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सतर्कता बरती है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अभियान के तहत राज्य की मतदाता सूची को अपडेट करने की बड़ी घोषणा की है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से जारी सूचना के अनुसार, प्रदेशभर के मतदाताओं के नाम, पता और अन्य विवरण अपडेट किए गए हैं। यह अपडेट यूपी में वर्ष 2003 में हुए एसआईआर के आधार पर किए गए हैं। इसके आधार पर मतदाता सूची को अधिक सटीक और त्रुटिरहित बनाने की योजना है। ऐसे में अब आप भी अपने मोबाइल फोन या कंप्यूटर के माध्यम से घर बैठे ही पूरी मतदाता सूची डाउनलोड कर सकते हैं। अपना नाम चेक कर सकते हैं। गलतियों को दुरुस्त कराने के लिए बीएलओ से संपर्क कर सकते हैं।
कैसे करें मतदाता सूची डाउनलोड?चुनाव आयोग ने नई अपडेटेड मतदाता सूची को जिलेवार और विधानसभा क्षेत्रवार उपलब्ध कराया है। आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर पीडीएफ फॉर्म में डाउनलोड कर सकते हैं। मतदाता अपने क्षेत्र की सूची निम्न प्रक्रिया के तहत डाउनलोड कर सकते हैं:
क्या है विशेष गहन पुनरीक्षण अभियानचुनाव आयोग की ओर से वर्ष 2003 में तैयार की गई मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में पुराने रिकॉर्ड को अपडेट किया जा रहा है। इसके अलावा वोटर लिस्ट से मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जाएंगे। 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले नए पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े जाएंगे। साथ ही, वोटर लिस्ट में पते या पहचान से संबंधित त्रुटियों को सुधारा जाएगा।
इन दस्तावेजों की होगी जरूरत:मुख्य निर्वाचन अधिकारी के निर्देश के अनुसार, करीब 70 फीसदी वोटरों को अधिक मशक्कत नहीं करनी होगी। दरअसल, उनके नाम 2003 की एसआईआर सूची में हैं। अगर आप एसआईआर अभियान के तहत अपनी जानकारी अपडेट या वेरिफाई करना चाहते हैं, तो इन दस्तावेजों में एक तैयार रखें:
क्या है उद्देश्य?अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के प्रत्येक योग्य मतदाता का नाम मतदाता सूची में शामिल हो और किसी भी गलती की गुंजाइश न रहे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी का कहना है कि पारदर्शी और त्रुटिहीन मतदाता सूची लोकतंत्र की नींव है। मतदाताओं से अपील की गई है कि वे अपनी जानकारी ऑनलाइन पोर्टल या 1950 हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से जांचें और किसी त्रुटि की स्थिति में तुरंत सुधार के लिए आवेदन करें।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से जारी सूचना के अनुसार, प्रदेशभर के मतदाताओं के नाम, पता और अन्य विवरण अपडेट किए गए हैं। यह अपडेट यूपी में वर्ष 2003 में हुए एसआईआर के आधार पर किए गए हैं। इसके आधार पर मतदाता सूची को अधिक सटीक और त्रुटिरहित बनाने की योजना है। ऐसे में अब आप भी अपने मोबाइल फोन या कंप्यूटर के माध्यम से घर बैठे ही पूरी मतदाता सूची डाउनलोड कर सकते हैं। अपना नाम चेक कर सकते हैं। गलतियों को दुरुस्त कराने के लिए बीएलओ से संपर्क कर सकते हैं।
कैसे करें मतदाता सूची डाउनलोड?चुनाव आयोग ने नई अपडेटेड मतदाता सूची को जिलेवार और विधानसभा क्षेत्रवार उपलब्ध कराया है। आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर पीडीएफ फॉर्म में डाउनलोड कर सकते हैं। मतदाता अपने क्षेत्र की सूची निम्न प्रक्रिया के तहत डाउनलोड कर सकते हैं:
- सबसे पहले आपको https://ceouttarpradesh.nic.in/ पर जाना होगा।
- वेबसाइट खुलने के बाद Voter Sevices टैब पर क्लिक करें।
- वोटर सर्विसेज टैब पर Electoral Roll PDF 2023 दिखेगा। इस पर क्लिक करें।
- इसके बाद वोटर लिस्ट का पोर्टल खुलेगा। इस पोर्टल https://ceouttarpradesh.nic.in/rollpdf/rollpdf.aspx पर भी आप सीधे जा सकते हैं।
- वोटर लिस्ट पोर्टल पर आपको दो ऑप्शन बॉक्स Select District और Select Ac दिखेंगे। यहां आप अपने जिले और विधानसभा क्षेत्र का नाम भरकर Show बटन पर क्लिक करें।
- इसके बाद आपका पार्ट नंबर, पोलिंग स्टेशन का नाम मिलेगा। यहां से आप किसी भी बूथ की मतदाता सूची के डाउनलोड लिंक पर क्लिक करें।
- डाउनलोड लिंक पर क्लिक करने के बाद कैपचा आएगा। उसे बॉक्स में भरें। इसके बाद वोटर लिस्ट खुल जाएगा। उसमें अपने या परिवार के सदस्यों के विवरण को खोज और देख सकते हैं।
क्या है विशेष गहन पुनरीक्षण अभियानचुनाव आयोग की ओर से वर्ष 2003 में तैयार की गई मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में पुराने रिकॉर्ड को अपडेट किया जा रहा है। इसके अलावा वोटर लिस्ट से मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाए जाएंगे। 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले नए पात्र मतदाताओं के नाम जोड़े जाएंगे। साथ ही, वोटर लिस्ट में पते या पहचान से संबंधित त्रुटियों को सुधारा जाएगा।
इन दस्तावेजों की होगी जरूरत:मुख्य निर्वाचन अधिकारी के निर्देश के अनुसार, करीब 70 फीसदी वोटरों को अधिक मशक्कत नहीं करनी होगी। दरअसल, उनके नाम 2003 की एसआईआर सूची में हैं। अगर आप एसआईआर अभियान के तहत अपनी जानकारी अपडेट या वेरिफाई करना चाहते हैं, तो इन दस्तावेजों में एक तैयार रखें:
- जन्म प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट या शैक्षणिक प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- सरकारी कर्मचारी / पेंशनभोगी पहचान पत्र
- भूमि या गृह आवंटन प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (SC/ST/OBC)
- परिवार रजिस्टर या स्थानीय निकाय प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड या पैन कार्ड
क्या है उद्देश्य?अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के प्रत्येक योग्य मतदाता का नाम मतदाता सूची में शामिल हो और किसी भी गलती की गुंजाइश न रहे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी का कहना है कि पारदर्शी और त्रुटिहीन मतदाता सूची लोकतंत्र की नींव है। मतदाताओं से अपील की गई है कि वे अपनी जानकारी ऑनलाइन पोर्टल या 1950 हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से जांचें और किसी त्रुटि की स्थिति में तुरंत सुधार के लिए आवेदन करें।
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