अगर आपको पैरों में अचानक सूजन आने लगे, विशेषकर अंगूठे या एड़ियों के पास, और चलने-फिरने में दर्द हो, तो यह केवल थकान या सर्दी का असर नहीं हो सकता। यह संकेत हो सकता है बढ़ते हुए यूरिक एसिड स्तर का, जो शरीर के जोड़ों को प्रभावित करता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा नियंत्रित न होने पर यह धीरे-धीरे जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है, जिससे सूजन, दर्द और जलन जैसी परेशानियां उत्पन्न होती हैं। आइए जानें कि यह प्रक्रिया कैसे होती है, किन लोगों को अधिक खतरा होता है और इस पर नियंत्रण कैसे पाया जा सकता है।
यूरिक एसिड क्या है?
यूरिक एसिड शरीर में मौजूद प्यूरिन (Purine) नामक तत्व के टूटने से बनने वाला एक अपशिष्ट उत्पाद है। प्यूरिन हमारे खानपान और शरीर की कोशिकाओं में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है। सामान्य परिस्थितियों में यह यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है, लेकिन जब इसकी मात्रा बढ़ जाती है या शरीर इसे ठीक से बाहर नहीं कर पाता, तो यह ब्लड में जमने लगता है।
पैरों में सूजन क्यों आती है?
जब शरीर में यूरिक एसिड की अधिकता होती है, तो यह जोड़ों में जाकर छोटे-छोटे क्रिस्टल्स के रूप में जमा हो जाता है। सबसे पहला असर पैरों के अंगूठे, टखनों और घुटनों में देखा जाता है। यह स्थिति गाउट (Gout) कहलाती है।
वरिष्ठ रुमेटोलॉजिस्ट कहते हैं,
“गाउट एक प्रकार का गठिया है, जो हाई यूरिक एसिड के कारण होता है। इसका पहला लक्षण होता है — रात के समय या सुबह पैरों में तेज सूजन और दर्द, विशेषकर अंगूठे के जोड़ में।”
किन लोगों को अधिक खतरा?
ज्यादा मांसाहार करने वाले लोग
बीयर और शराब का नियमित सेवन करने वाले
मोटापा और हाई बीपी से पीड़ित व्यक्ति
किडनी की समस्या से जूझ रहे लोग
बैठे रहने की जीवनशैली (sedentary lifestyle) अपनाने वाले लोग
प्यूरिन युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन करने वाले जैसे – रेड मीट, सीफूड, चना, राजमा, पालक
यूरिक एसिड को नियंत्रित कैसे करें?
1. खानपान में सुधार
प्यूरिन युक्त खाद्य पदार्थों की मात्रा सीमित करें
अधिक पानी पिएं — दिन में कम से कम 2.5 से 3 लीटर
फ्रूट्स और हरी सब्जियाँ, विशेषकर खीरा, तरबूज, और पपीता को आहार में शामिल करें
शराब, रेड मीट और ज्यादा तेल-मसाले से बचें
2. वजन को नियंत्रित रखें
मोटापा यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है। नियमित व्यायाम और संतुलित भोजन से वजन को नियंत्रण में रखें।
3. दवाइयों का सेवन विशेषज्ञ की सलाह से
यदि यूरिक एसिड का स्तर बहुत अधिक है, तो डॉक्टर Allopurinol या Febuxostat जैसी दवाएं लिख सकते हैं। इन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के न लें।
4. किडनी की सेहत का रखें ख्याल
क्योंकि यूरिक एसिड का उत्सर्जन किडनी के जरिए होता है, इसलिए उसकी कार्यक्षमता बनाए रखना जरूरी है। नियमित जांच और हाइड्रेशन इसमें मदद करता है।
कब डॉक्टर से मिलें?
अगर पैरों में लगातार सूजन बनी हुई है
चलने-फिरने में तेज दर्द या जकड़न महसूस हो
जोड़ों में लालिमा, गर्माहट और जलन हो
यूरिक एसिड की रिपोर्ट 7.0 mg/dL से अधिक आए
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