यूरिक एसिड (Uric Acid) की उच्च मात्रा शरीर में जमा हो जाने पर गठिया (Gout), जोड़ों में दर्द और सूजन जैसी समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। ऐसे में लहसुन (Garlic) एक प्राकृतिक उपाय के रूप में बेहद फायदेमंद साबित होता है। यह प्यूरिन्स को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है और यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित रखता है।
लहसुन के फायदे यूरिक एसिड के लिए
लहसुन में अलिसिन नामक यौगिक होता है, जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है।
लहसुन किडनी को एक्टिव करके शरीर से अतिरिक्त यूरिक एसिड बाहर निकालने में सहायक होता है।
लहसुन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और संक्रमण से बचाव करता है, जिससे जोड़ों की परेशानी कम होती है।
लहसुन का सही सेवन कैसे करें
- सुबह खाली पेट 1–2 कली लहसुन चबाएं।
- यदि स्वाद तीखा लगे तो इसे पानी के साथ निगल सकते हैं।
- 2–3 लहसुन की कलियाँ पानी में पीसकर 5–10 मिनट के लिए छोड़ दें।
- इसे सुबह खाली पेट पीने से यूरिक एसिड नियंत्रित रहता है।
- रोजाना भोजन में 1–2 कलियाँ लहसुन डालें।
- ध्यान रखें कि अधिक पकाने से इसके फायदेमंद तत्व नष्ट हो सकते हैं।
सावधानियां
- ज्यादा मात्रा में सेवन से पेट में जलन या गैस की समस्या हो सकती है।
- ब्लड थिनर या किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें।
- गेस्ट्रिक या अल्सर की समस्या होने पर कच्चा लहसुन सीमित मात्रा में लें।
लहसुन यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में एक प्राकृतिक और असरदार उपाय है। इसका सही तरीके से सेवन करने से जोड़ों में दर्द और सूजन कम होती है, यूरिक एसिड फ्लश होता है और overall स्वास्थ्य बेहतर होता है। इसे अपनी डाइट में शामिल करके आप गठिया और यूरिक एसिड से जुड़ी परेशानियों को कम कर सकते हैं।
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