दोस्तो आपने अक्सर देखा होगा कि कई लोग व्रत के दौरान कुट्टू के आटे की रोटी का सेवन करते है, जो ना केवल स्वाद के लिए अच्छा होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता हैं, लेकिन इसकी बढ़ती मांग के कारण, इसमें मिलावट भी आम है, जो स्वाद और सेहत दोनों को प्रभावित कर सकती है। ऐसे में हम कैसे पता कर सकते हैं आप जो कुट्टू के आटे का सेवन कर रहे हैं वो असली हैं या नकली, आइए जाने इसके बारे में-

शुद्ध कुट्टू के आटे की पहचान करने के तरीके
रंग और बनावट
शुद्ध कुट्टू का आटा हल्के भूरे या स्लेटी रंग का होता है।
इसकी बनावट थोड़ी खुरदरी होती है, बहुत चिकनी नहीं।
असामान्य रूप
अगर आटा बहुत सफेद या चिकना दिखता है, तो हो सकता है कि उसमें मिलावट हो।
सुगंध की जाँच
असली कुट्टू के आटे में हल्की, मिट्टी जैसी गंध होती है।

तेज़, खट्टी या अजीब गंध मिलावट का संकेत देती है।
पानी की जाँच
एक गिलास पानी में 1 छोटा चम्मच आटा डालें।
शुद्ध आटा धीरे-धीरे घुलकर थोड़ा गाढ़ा पेस्ट बन जाएगा।
मिलावटी आटा (अरारोट या मैदा वाला) जल्दी से नीचे बैठ जाएगा या उसमें गांठें बन जाएँगी।
ग्लूटेन-मुक्त आटे की जाँच
कुट्टू का आटा प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-मुक्त होता है, इसलिए इसका आटा लचीला नहीं होगा।
शुद्ध आटा आसानी से टूट या बिखर जाता है।
अगर आटा गेहूँ के आटे की तरह खिंचता है, तो हो सकता है कि उसमें मिलावट हो।
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