पटना, 2 जून . बिहार के मुजफ्फरपुर में एक नौ वर्षीय बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या का मामला अब तूल पकड़ चुका है. विपक्ष इसे लेकर सरकार पर हमलावर है.
युवा कांग्रेस ने सोमवार को इस घटना के विरोध में राजधानी पटना में हल्लाबोल मार्च निकाला. युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब ने इस मार्च का नेतृत्व करते हुए कहा कि एक ओर नीतीश कुमार खुद को ‘सुशासन कुमार’ कहते हैं और ठीक उनकी नाक के नीचे दलितों और महिलाओं का शोषण हो रहा है, जिससे यह उजागर होता है कि बिहार में दलित और पिछड़े वर्ग की बहन-बेटियां भी अब इस सरकार में सुरक्षित नहीं हैं. ‘डबल इंजन’ की सरकार में न ही अपराध पर नियंत्रण है और न ही भ्रष्टाचार पर.
उन्होंने कहा कि गैर-जिम्मेदार नीतीश-भाजपा सरकार की कुव्यवस्था के कारण नौ वर्षीय दुष्कर्म पीड़ित दलित बच्ची को मौत के मुंह में धकेल दिया गया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने आक्रोश जताते हुए कहा कि दलितों की स्थिति राज्य में लगातार बद से बदतर होती जा रही है. कानून का राज समाप्त हो चुका है. अपराधी बेलगाम हो चुके हैं, जब चाहें घटना को अंजाम देकर आसानी से निकल जा रहे हैं.
प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावारू ने कहा कि कुढ़नी रेप पीड़िता की मौत ने बिहार सरकार के विभत्स रूप को दिखाया है.
उन्होंने कहा कि ‘डबल इंजन’ की लाचार सरकार में दलित और पिछड़ों को न सुरक्षा मिलेगी, न इलाज मिलेगा और न ही न्याय.
युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शिव प्रकाश गरीब दास ने कहा, “हम यहीं नहीं रुकेंगे. कांग्रेस की टीम मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलेगी और उनका दुख साझा करेगी. पीड़ित परिवार की लड़ाई हम आगे भी जारी रखेंगे, जब तक कि न्याय न मिल जाए.”
इस हल्ला बोल मार्च में राष्ट्रीय सचिव श्रीकृष्ण हरि, कुमार रोहित उर्फ रिशू, राजेश राठौड़, बंटी चौधरी, ज्ञान रंजन सहित सैकड़ों की संख्या में युवा कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ता शामिल थे.
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एमएनपी/एबीएम/एकेजे
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