मुंबई, 12 मई . शिवसेना प्रवक्ता शाइना एनसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन पर सोमवार को अपनी राय रखी. इसके अलावा, उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत द्वारा सोशल मीडिया पर व्हिस्की की बोतल की तस्वीर पोस्ट करने पर तीखी प्रतिक्रिया दी.
प्रधानमंत्री के संबोधन पर शाइना एनसी ने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों का पीएम मोदी पर पूर्ण विश्वास है. आज जब उन्होंने राष्ट्र को संबोधित किया, तो यह स्पष्ट हो गया कि वह किसी भी प्रकार के परमाणु हथियारों के उपयोग की धमकी या ब्लैकमेल को सहन नहीं करेंगे. भारत ने अपनी शर्तों पर आतंकवाद का जवाब दिया है. पाकिस्तान पर की गई मिसाइल और ड्रोन कार्रवाई केवल आतंकी संगठनों की इमारतों को ही नहीं, बल्कि उनके हौसलों को भी ध्वस्त कर गई है.
उन्होंने कहा कि बहावलपुर और मुद्रिका स्थित आतंकवादी ठिकाने वैश्विक आतंकवाद की ‘यूनिवर्सिटी’ बन चुके थे. चाहे 9/11 का हमला हो, 26/11 या 2001 में संसद पर हमला, इन सबकी जड़ें पाकिस्तान में ही थीं, चाहे जैश-ए-मोहम्मद हो या लश्कर-ए-तैयबा. ऐसे में यह संतोष की बात है कि प्रधानमंत्री में इस लड़ाई को अंजाम तक ले जाने का साहस और संकल्प है, और उन्हें वैज्ञानिकों, सेना और पूरे देश का समर्थन प्राप्त है.
वहीं, संजय राउत द्वारा सोशल मीडिया पर व्हिस्की की बोतल की तस्वीर पोस्ट करने के बारे में पूछे जाने पर शाइना एनसी ने पूछा कि संजय राउत कौन हैं? वह एक शराबी के अलावा कुछ नहीं हैं. जब कोई सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक शराब पीता हो, तो वह प्रधानमंत्री की गंभीर बातों को समझ ही नहीं सकता.
उन्होंने कहा कि आज पूरा देश सरकार और प्रधानमंत्री के साथ खड़ा है. यह समय सकारात्मक सोच और एकजुटता दिखाने का है. लेकिन जब कोई नशे में धुत होकर नकारात्मकता फैला रहा हो, तो उससे किसी समझदारी की उम्मीद नहीं की जा सकती. संजय राउत के पोस्ट से केवल यही जाहिर होता है कि वह किस चीज की ललक में हैं.
–
पीएसके/एकेजे
You may also like
Aaj Ka Panchang 13 May 2025 : आज ज्येष्ठ मास का पहला बड़ा मंगल, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय
अनुष्का शर्मा और विराट कोहली की मुंबई एयरपोर्ट पर शानदार उपस्थिति
₹33,92,91,60,000 का तोहफा… डोनाल्ड ट्रंप को मिलने वाला है सबसे महंगा गिफ्ट! कौन लुटा रहा इतना पैसा….
जम्मू में फिर ड्रोन हमलाः भारत ने मार गिराएः 5 से 7 धमाके, फिर ब्लैकआउट लागू-जाना ताजा अपडेट….
शराब पीने की आदत: हैवी ड्रिंकिंग के प्रभाव और सीमाएं