Next Story
Newszop

चाणक्य नीति: बेशर्मी से सफलता की ओर बढ़ें

Send Push
चाणक्य का जीवन और उनकी नीति

आचार्य चाणक्य एक अद्वितीय राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ माने जाते हैं। वे चन्द्रगुप्त के मुख्य सलाहकार रहे, फिर भी उन्होंने साधारण जीवन जीने का विकल्प चुना। उनकी सादगी और उच्च विचारों के लिए उन्हें जाना जाता है। चाणक्य ने अपने ज्ञान को एक पुस्तक में संकलित किया, जिसे चाणक्य नीति कहा जाता है। इस पुस्तक में कई महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं, जिन्हें अपनाकर व्यक्ति आसानी से सफलता प्राप्त कर सकता है।


बेशर्मी से करें ये कार्य

चाणक्य नीति में कुछ ऐसे कार्यों का उल्लेख किया गया है, जिनमें व्यक्ति को कभी भी शर्म नहीं करनी चाहिए। यदि कोई व्यक्ति बेशर्मी से इन कार्यों को करता है, तो वह हमेशा खुश रह सकता है। आइए जानते हैं वे कौन से कार्य हैं।


धन मांगते समय वैसे तो उधार लेना सही नहीं माना जाता, क्योंकि यह कर्ज को बढ़ाता है। लेकिन अगर आपको धन की आवश्यकता है, तो धन मांगने में संकोच नहीं करना चाहिए। हालांकि, यह सुनिश्चित करें कि आप समय पर उसे लौटाने में सक्षम हैं। जो लोग लेन-देन में शर्माते हैं, वे अक्सर असफल रहते हैं। इसलिए, धन मांगने में संकोच न करें, लेकिन उसे समय पर लौटाने का प्रयास अवश्य करें।
ज्ञान प्राप्त करते समय image आचार्य चाणक्य के अनुसार, ज्ञान प्राप्त करते समय किसी प्रकार की शर्म नहीं करनी चाहिए। किसी भी प्रश्न का समाधान करने के लिए मदद मांगने में संकोच नहीं करना चाहिए। ऐसा न करने से व्यक्ति हमेशा दूसरों से पीछे रह जाता है और उसके ज्ञान में भी कमी आती है।
भोजन करते समय image आचार्य चाणक्य ने कहा है कि भोजन करते समय कभी भी शर्म नहीं करनी चाहिए। जो लोग ऐसा करते हैं, वे जीवन में कुछ भी हासिल नहीं कर पाते। भोजन के लिए शर्म करने से व्यक्ति खुद को भूखा रखता है। चाणक्य ने कहा था कि जो व्यक्ति भोजन के लिए नहीं बोल सकता, वह दूसरों के लिए खड़ा नहीं हो सकता।
Loving Newspoint? Download the app now