आज के समय में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बहुत आम हो गया है। यह भुगतान का बहुत लोकप्रिय साधन है। क्रेडिट कार्ड कंपनियों के द्वारा ग्राहकों को कई ऑफर्स दिए जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि क्रेडिट कार्ड पर लिखी हुई एक्सपायरी डेट और सीवीवी का क्या महत्व होता है? जानते हैं इससे जुड़ी जानकारियां विस्तार से। क्रेडिट कार्ड में क्यों लिखी होती है एक्सपायरी डेट?हर क्रेडिट कार्ड पर एक्सपायरी डेट लिखी होती है। जो महीना/साल के फॉर्मेट में होती है। यह एक्सपायरी डेट कार्ड की वैधता को प्रदर्शित करती है। लेकिन सवाल यही है कि क्रेडिट कार्ड में एक्सपायरी डेट की क्या जरूरत है? क्रेडिट कार्ड में एक्सपायरी डेट छापने के ये हैं कारण 1. कार्ड की सुरक्षा बढ़ाने के लिएक्रेडिट कार्ड की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक्सपायरी डेट को महत्वपूर्ण माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि क्रेडिट कार्ड पर निश्चित वैधता की अवधि नहीं हो तो इसका इस्तेमाल अनिश्चितकाल के लिए किया जा सकता है। ऐसा हुआ तो धोखाधड़ी का खतरा बढ़ जाएगा। इसलिए एक्सपायरी डेट पर या सुनिश्चित किया जाता है कि कार्ड समय-समय पर रिन्यू किया जाए। 2. कार्ड बदलने का समय आ गया हैक्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड पर लिखी हुई एक्सपायरी डेट से यह भी माना जाता है कि अब कार्ड को बदलने का समय आ गया है। क्योंकि यह कार्ड प्लास्टिक से बने होते हैं और इनका लगातार इस्तेमाल करने से उनकी चिप या मैग्नेटिक स्ट्रिप खराब हो जाती है। इसलिए इन्हें बदलना पड़ता है। 3. नई तकनीकों की आवश्यकताबैंकिंग सिस्टम में समय-समय पर नई तकनीक आती रहती हैं। ऐसे में कार्ड पर लिखी एक्सपायरी डेट के जरिए बैंक पुराने कार्ड को नए सुरक्षित और नई तकनीक से युक्त कार्ड में बदलते हैं। 4. कार्ड से रुकेगी धोखाधड़ीयदि आपका क्रेडिट कार्ड खो जाता है तो ऐसी स्थिति में एक्सपायरी डेट के बाद इसका दुरुपयोग नहीं हो सकता है। यह ग्राहकों को सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान करता है। 5. ग्राहकों को समीक्षा का मौकाकार्ड जारी कर्ताओं के द्वारा बैंकों की नीतियों के अनुसार कार्ड की वैधता की अवधि तय की जाती जो आमतौर पर 3 साल से 5 साल के बीच हो सकती है। ताकि ग्राहकों को नियमित रूप से कार्ड की समीक्षा करने का मौका मिले। एक्सपायरी डेट के बाद बेकार हो जाते हैं कार्डयदि किसी डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड की एक्सपायरी डेट गुजर चुकी है तो वे कार्ड स्वचालित रूप से अमान्य हो जाएंगे। ग्राहक उनका ऑफलाइन या ऑनलाइन इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। हालांकि बैंकों के द्वारा एक्सपायरी डेट से पहले ही ग्राहकों को नए कार्ड भेज दिए जाते हैं। क्रेडिट कार्ड में सीवीवी का मतलबसीवीवी यानी कार्ड वेरिफिकेशन वैल्यू 3 से 4 अंकों का नंबर होता है। यह कार्ड के पीछे सिग्नेचर स्ट्रिप पर छपा होता है। यह मुख्य रूप से ऑनलाइन लेने दोनों को ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए होता है। यह गुप्त कोड है जो यह सत्यापित करता है कि ऑनलाइन लेनदेन करने वाला व्यक्ति कार्ड का वास्तविक धारक है। यह कार्ड नंबर और एक्सपायरी डेट के साथ मिलकर लेनदेन को और सुरक्षित बनाता है।
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