ओलंपिक मेडल विजेता नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तानी जेवलिन खिलाड़ी अरशद नदीम को भारत बुलाए जाने पर हुए विवाद को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है.
नीरज चोपड़ा ने 25 अप्रैल को सोशल मीडिया पर एक लंबी पोस्ट लिखकर अपनी बात रखी है.
नीरज चोपड़ा एक आयोजन करवा रहे हैं. इस आयोजन को 'नीरज चोपड़ा क्लासिक' नाम दिया गया है. इसके तहत कई देशों के खिलाड़ियों को भारत बुलाया जा रहा है.
इस लिस्ट में अरशद नदीम का भी नाम था. मगर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद नीरज चोपड़ा की आलोचना सोशल मीडिया पर बढ़ गई.
इस विवाद पर अब नीरज चोपड़ा ने कहा, ''मैं कम बोलने वाला आदमी हूं , इसका मतलब ये नहीं है कि जो ग़लत है मैं उसके ख़िलाफ़ नहीं बोलूंगा. ख़ासकर तब जब सवाल देश के प्रति मेरे प्यार और परिवार के सम्मान पर उठाए जा रहे हों.''
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''नीरज चोपड़ा क्लासिक में अरशद नदीम को बुलाने के मेरे फ़ैसले पर काफ़ी बात हुई. इसमें ज़्यादातर नफ़रत और गालियां थीं. इन लोगों ने मेरे परिवार को भी नहीं छोड़ा.
मैंने अरशद को जो निमंत्रण भेजा, वो एक एथलीट का दूसरे को भेजा निमंत्रण था. न इससे कुछ ज़्यादा, न इससे कम. नीरज चोपड़ा क्लासिक का मकसद ये था कि सर्वश्रेष्ठ एथलीट्स को भारत बुलाया जाए और हमारे देश में वर्ल्ड क्लास खेल आयोजन हो पाएं.
पहलगाम पर हुए आतंकवादी हमले से दो दिन पहले निमंत्रण सभी एथलीट्स को भेजे गए. बीते 48 घंटों में जो कुछ हुआ है,उसके बाद अरशद का नीरज चोपड़ा क्लासिक में होने का सवाल ही नहीं उठता. मेरा देश और देशहित सबसे पहले है.
जिन लोगों ने अपनों को खोया, मेरी संवेदनाएं और दुआएं आपके साथ हैं. पूरे देश की ही तरह मैं भी बहुत दुखी हूं और ग़ुस्से में हूं. मुझे यक़ीन है कि हमारा जवाब इस देश के तौर पर हमारी ताक़त को दिखाएगा और इंसाफ़ होगा.
मैंने कई सालों से फ़ख़्र के साथ अपने देश का नाम किया है. अब अपनी निष्ठा पर उठते सवालों से मैं दुखी हूँ. मुझे पीड़ा हो रही है कि मुझे बेवजह उन लोगों को सफ़ाई देनी पड़ रही है, जो मुझे और मेरे परिवार को निशाना बना रहे हैं.
हम सीधे-सादे लोग हैं. मेहरबानी करके हमें कुछ और ना बनाएं. मीडिया के एक हिस्से में मेरे इर्द-गिर्द कई तरह के झूठे नैरेटिव गढ़े गए हैं. मेरी ख़ामोशी से ये बातें सच नहीं हो जाएंगी.
मेरे लिए ये देखना भी मुश्किल है कि लोग कैसे अपनी सोच बदल लेते हैं. एक साल पहले मेरी मां ने अपने सादेपन में जो मासूम टिप्पणी की थी, उसकी तब ख़ूब तारीफ़ हुई. आज वही लोग उसी बयान के लिए मेरी मां को निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं.
हालांकि मैं अपनी मेहनत जारी रखूंगा ताकि ये दुनिया भारत को याद रखे और सारी वाजिब वजहों से भारत को सम्मान भरी नज़रों से देखे.''

नीरज अपनी मां की कही जिस बात का ज़िक्र कर रहे हैं, वो बात बीते साल की ही है.
अगस्त 2024 में पेरिस ओलंपिक के दौरान पाकिस्तान के जेवलिन थ्रोअर अरशद नदीम ने गोल्ड मेडल और नीरज ने सिल्वर जीता था.
मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा ने कहा था, "किसी दिन किसी खिलाड़ी का दिन होता है. आज अरशद का दिन था. खिलाड़ी का शरीर उस दिन अलग ही होता है. हर चीज़ परफेक्ट होती है जैसे आज अरशद की थी. टोक्यो, बुडापेस्ट और एशियन गेम्स में अपना दिन था."
इस मैच के बाद हरियाणा में नीरज की मां सरोज देवी ने अरशद नदीम को लेकर कहा था, "हम बहुत खुश हैं. हमारे लिए तो सिल्वर भी गोल्ड के ही बराबर है. गोल्ड जीतने वाला भी हमारा ही लड़का है. मेहनत करता है."
ये बयान सोशल मीडिया पर वायरल रहा था.
सरोज देवी के इस बयान की तारीफ़ करने वालों में कई पाकिस्तानी भी शामिल थे. इनमें पूर्व क्रिकेटर शोएब अख़्तर भी शामिल रहे.
ऐसा नहीं है कि सिर्फ़ नीरज की मां का बयान तब चर्चा में रहा था. अरशद की मां ने जो नीरज पर कहा था, वो भी ख़बरों में रहा.
अरशद की मां रज़िया बोली थीं, ''वो(नीरज) मेरे बेटे जैसा है. वो नदीम का दोस्त भी है और भाई भी है. हार और जीत तो किस्मत की होती है. वो भी मेरा बेटा है और अल्लाह उसे भी कामयाब करे. उसे भी मेडल जीतने की तौफ़ीक अता करें.''
इससे पहले 2023 में जब वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज, नदीम पहले और दूसरे नंबर पर आए थे, तब भी सरोज देवी की कही एक बात चर्चा में आ गई थी.
सरोज देवी ने कहा था, ''मैदान में सारे खेलने वाले हैं. सारे खिलाड़ी हैं. कोई न कोई जीतेगा ही. इसमें पाकिस्तान और हरियाणा जैसी कोई बात नहीं है. बहुत ख़ुशी की बात है. पाकिस्तान वाला जीतता तो उसकी भी बड़ी खुशी थी. नीरज जीता इसकी भी बड़ी खुशी है.''
नीरज चोपड़ा आमतौर पर अपनी बात सोशल मीडिया पर कम ही रखते हैं. मीडिया इंटरव्यूज़ में नीरज चोपड़ा शांत ही नज़र आते हैं.
ऐसे में जब नीरज चोपड़ा ने अपनी बात रखी, तब सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर प्रतिक्रियाएं भी आने लगीं.
पत्रकार नरेंद्र नाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा, ''नफ़रत के सौदागरों ने देश के हीरो नीरज चोपड़ा को भी नहीं छोड़ा. सोचिए इन्हें भी अपनी देशभक्ति पर सफ़ाई देनी पड़ रही है.''
अनिल एक्स पर लिखते हैं, ''पहलगाम हमले के बाद अरशद नदीम की वजह से नीरज चोपड़ा को बहुत गाली पड़ रही हैं.''
सुमित उपाध्याय ने लिखा, ''हम सब जानते हैं कि किस पार्टी विशेष की आईटी सेल के लोगों का ये तथाकथित राष्ट्रवाद है, जो भारत को दुनियाभर में कीर्ति दिलाने वाले नीरज चोपड़ा तक को नहीं छोड़ रहा.''
एक्स पर यूज़र @Amockx2022 ने बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और शाहिद आफ़रीदी की चैंपियंस ट्रॉफ़ी के दौरान की तस्वीर साझा करते हुए लिखा- नीरज चोपड़ा और अरशद साथ दिखें तो ग़लत, पर अनुराग ठाकुर शाहिद आफ़रीदी के साथ दिखें तो सही?
नीरज चोपड़ा क्लासिक आयोजन को पहले हरियाणा में होना था. मगर अब ये आयोजन 24 मई से बेंगलुरु में होना है.
इस बारे में बीते हफ़्ते नीरज चोपड़ा की ओर से जानकारी दी गई थी. पहले इसमें शामिल होने वाले लोगों में अरशद नदीम का नाम था. मगर अब 24 अप्रैल को जो लिस्ट जारी हुई, उसमें अरशद का नाम नहीं था.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, नीरज चोपड़ा क्लासिक में जिन खिलाड़ियों को शामिल होना है, उनके नाम कुछ यूं हैं
- एंडरसन पीटर्स, ग्रेनाडा
- थॉमस रोहलर, जर्मनी
- जूलियस येगो, केन्या
- कर्टिस थॉमसन, अमेरिका
- जेंकी डिएन, जापान
- लुइज़ द सिल्वा, ब्राज़ील
- रुमेश, श्रीलंका
अतीत में ऐसे कई मौक़े रहे जब नीरज और अरशद प्रतिद्वंद्वी होने के बावजूद मैदान में दोस्त भी नज़र आए.
पेरिस ओलंपिक मैच के बाद नीरज, अरशद हाथ मिलाते और गले लगते दिखे थे.
2023 में वर्ल्ड एथेलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज ने गोल्ड जीता था. तब अरशद ने सिल्वर मेडल जीता था.
इन दोनों खिलाड़ियों के करियर को देखें तो ज़्यादातर मौक़ों पर इनमें से कभी कोई पहले नंबर पर रहता है, कभी कोई दूसरे नंबर पर रहता है.
2022 में अरशद नदीम ने कॉमनवेल्थ गेम्स में 90 मीटर पार भाला फेंककर गोल्ड मेडल जीता था. चोट के कारण नीरज इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे थे.
नीरज ने तब कहा था, ''अरशद भाई गोल्ड मेडल और नए गेम्स रिकॉर्ड के साथ 90 मीटर की दूरी पार करने के लिए मुबारकबाद. आगे के कॉम्पिटीशन के लिए शुभकामनाएं."
पेरिस ओलंपिक तक के आंकड़ों को देखा जाए तो अरशद और नीरज 10 मुकाबलों में एक साथ भाला लेकर बतौर प्रतिद्वंद्वी मैदान में उतरे हैं.
नीरज सात बार पहले और तीन बार दूसरे नंबर पर रहे. अरशद चार बार तीसरे स्थान पर रहे और पहली बार पेरिस ओलंपिक में पहले नंबर पर आए.
2023 में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज की जब फोटो खिंच रही थी तो उन्होंने अरशद को बुलाया था. तब अरशद बिना पाकिस्तानी झंडे के वहां पहुंचे थे और ये तस्वीर खूब वायरल हुई थी.
तब अरशद ने कहा था- मैं इस बात से ख़ुश हूं कि गोल्ड और सिल्वर मेडल भारत और पाकिस्तान के हिस्से आया.
2021 में भी टोक्यो ओलंपिक के बाद ये दावा किया गया था कि अरशद नदीम के पास नीरज का जेवलिन था. कुछ ने ये गलत दावा भी किया कि अरशद जैवलिन से छेड़छाड़ कर रहे थे.
फिर बाद में नीरज ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा था, ''जो मुद्दा उठ रहा है कि जेवलिन मेरे फेंकने से पहले अरशद के पास थी. ये रूल है कि कोई किसी का भी जेवलिन इस्तेमाल कर सकता है.''
नीरज ने लिखा था, ''मेरी आप सभी से विनती है कि मेरे कमेंट्स को अपने गंदे एजेंडे को आगे बढ़ाने का माध्यम ना बनाएं. खेल हम सबको एकजुट होकर साथ रहना सिखाता है. हम सभी जेवलिन थ्रोअर आपस में प्यार से रहते हैं. ऐसी कोई बात ना कहें, जिससे हमको ठेस पहुंचे.''
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
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