जेईई उम्मीदवारों के पास कई क्षेत्रों में करियर बनाने का मौका है। ये क्षेत्र आपको आकर्षक वेतन दिलाने में भी मदद करते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि जेईई उम्मीदवार और किन क्षेत्रों में जा सकते हैं।
डेटा साइंस है अच्छा विकल्प: शिक्षा विशेषज्ञ सीता राम ने बताया कि पिछले कुछ सालों में डेटा साइंटिस्ट की मांग तेजी से बढ़ी है। अगर आपको डेटा का ट्रेंड पता है और उसे सरल भाषा में समझाने की कला है तो आप भी डेटा साइंटिस्ट बन सकते हैं। डेटा साइंटिस्ट की सैलरी भी इंजीनियरों से कम नहीं होती। इसके लिए आप डेटा साइंस में बीएससी या बीसीए या फिर सांख्यिकी में बीएससी करके इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। मौजूदा समय में डेटा साइंटिस्ट की मांग बढ़ रही है।
आर्किटेक्ट भी बन सकते हैं: शिक्षा विशेषज्ञों ने बताया कि आर्किटेक्चर एक ऐसा क्षेत्र है जो आपकी रचनात्मकता और विश्लेषणात्मक कौशल को आपके करियर में आगे ले जाता है। इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए आर्किटेक्चर बेहतर करियर विकल्प माना जाता है क्योंकि इसमें डिजाइन से लेकर प्रोजेक्ट डेवलपमेंट तक में गणित का इस्तेमाल होता है। इसके लिए छात्र बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर में एडमिशन ले सकते हैं।
रिसर्च साइंटिस्ट भी अच्छा क्षेत्र: रिसर्च साइंटिस्ट की मांग बढ़ रही है। कंपनियां उन्हें हायर कर रही हैं। शोध वैज्ञानिक प्रयोग करते हैं, डेटा का विश्लेषण करते हैं। इससे वे किसी निष्कर्ष पर पहुंचते हैं और कंपनियों या संस्थानों को नई जानकारी देते हैं। इसके लिए आप फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से बीएससी कर सकते हैं और इसके साथ ही अपने शोध को आगे बढ़ा सकते हैं।
एविएशन फील्ड: एजुकेशन एक्सपर्ट सीता राम ने बताया कि एविएशन के क्षेत्र में जेईई उम्मीदवारों के लिए अवसर कम नहीं हैं। यह एक ऐसा उद्योग है जो कई तरह की नौकरियां देता है। एविएशन इंडस्ट्री में करियर बनाने के लिए छात्रों के पास दो विकल्प हैं। पहला, या तो वे पायलट ट्रेनिंग प्रोग्राम का हिस्सा बनकर पायलट बनने की तैयारी करें या फिर बीबीए करने और एविएशन में आगे की पढ़ाई करने के बाद दूसरे करियर ऑप्शन अपनाएं। यह उनकी पसंद और नापसंद पर निर्भर करता है। एविएशन में ग्रेजुएशन के बाद कई अवसर हैं, जिन्हें वे अपनी पसंद के अनुसार चुन सकते हैं।
फॉरेंसिक साइंस: एजुकेशन एक्सपर्ट ने बताया कि फॉरेंसिक साइंस में भी अवसर कम नहीं हैं। यह एक ऐसा विषय है, जिसमें वैज्ञानिक तरीकों और सिद्धांतों के साथ-साथ कानूनी निर्णय लेने पर ध्यान दिया जाता है। इसके लिए फॉरेन साइंस, फोरेंसिक बायोलॉजी या फोरेंसिक पैथोलॉजी में बीएससी करके इस क्षेत्र में आगे बढ़ा जा सकता है।
You may also like
लो जी हो गयी भयानक भविष्यवाणी। इस साल तक आ जाएगा मुस्लिम शासन फिर हिंदुओं के साथ ⤙
आगरा में ससुर ने बहू की हत्या की, इलाके में दहशत
7 वर्षीय लीजा स्कॉट की प्रेरणादायक कहानी: नींबू पानी बेचकर जुटा रही है सर्जरी के लिए पैसे
सिग्नेचर करने के बाद आप भी नीचे खींचते हैं लाइन? कभी सोचा है ऐसा करना सही या गलत? जानें एक्सपर्ट की राय ⤙
महिला ने दही डालकर खाई Maggi और फिर जो हुआ वो खुद जान लो ⤙