झुंझुनूं के मलसीसर झटावा रोड स्थित कुंभाराम लिफ्ट परियोजना के बांध क्षेत्र में रविवार रात अचानक आग लग गई। इससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। बांध सीमा के पास सूखी घास में लगी आग का कारण आंधी के कारण बांध की 11000 केवी लाइन में शॉर्ट सर्किट होना बताया जा रहा है। तेज हवाओं के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और आसपास के कई छोटे-बड़े पेड़ इसकी चपेट में आकर जल गए।
स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन आग की भयावहता और हवा के वेग के कारण स्थिति बिगड़ती चली गई। घटना की सूचना तुरंत पुलिस और प्रशासन को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और दमकल को तुरंत सूचना दी गई, लेकिन संसाधनों के अभाव और ढीली व्यवस्था के कारण दमकल करीब डेढ़ घंटे देरी से मौके पर पहुंची। इससे पहले कि दमकल आग पर काबू पाती, मौसम ने करवट ली और बारिश शुरू हो गई।
बारिश ने राहत का काम करते हुए आग बुझा दी और बड़ा हादसा टल गया। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की सुस्त कार्यशैली और फायर ब्रिगेड के देरी से पहुंचने पर नाराजगी जताई। लोगों का कहना है कि यह क्षेत्र पहले भी कई बार आग की घटनाओं का शिकार हो चुका है, लेकिन हर बार फायर ब्रिगेड का न पहुंचना और देरी से पहुंचना चिंता का विषय बना हुआ है। निवासियों ने मांग की है कि इस क्षेत्र में एक स्थायी फायर स्टेशन स्थापित किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी आपदाओं से समय रहते निपटा जा सके। बांध क्षेत्र होने के कारण यहां बिजली की तारें और सूखी घास होने से हमेशा खतरा बना रहता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी जगहों पर समय पर घास की कटाई और नियमित निगरानी जरूरी है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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